उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

इजरायल और झांसी के अफसरों की हुई वर्चुअल मीटिंग, इजरायल-बुंदेलखंड वाटर प्रोजेक्ट पर हुई चर्चा

यूपी के झांसी में इजरायल बुंदेलखंड वाटर प्रोजेक्ट( israel bundelkhand water project) पर झांसी और इजरायल के अफसरों की वर्चुअल मीटिंग(virtual meeting) हुई. इस दौरान इजरायल की ओर से टीम लीडर डेन अलूफ ने बताया कि विकासखंड बबीना में पहुंज नदी से सिंचाई के क्षेत्र में कार्य योजना तैयार करके इस कार्य को पूरी तरह जमीनी रूप देना है.

अफसरों की हुई वर्चुअल मीटिंग
अफसरों की हुई वर्चुअल मीटिंग

By

Published : Jun 4, 2021, 4:17 AM IST

झांसी:जनपद के विकास खंड बबीना में सिंचाई और पेयजल के लिए पानी का इंतजाम सरकार कर रही है. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार और इजरायल के जल संसाधन मंत्रालय के बीच प्लान ऑफ को-ऑपरेशन के तहत प्रोजेक्ट चल रहा है. इसी प्रोजेक्ट पर गुरुवार को झांसी और इजरायल के अफसरों के बीच वर्चुअल माध्यम से मीटिंग(virtual meeting) हुई.

20 अगस्त 2019 को हुआ था समझौता
इस विशेष सहयोग योजना के समझौते पर दिनांक 20 अगस्त 2019 को हस्ताक्षर हुए थे. बबीना क्षेत्र गर्मियों में पेयजल की समस्या से जूझता है. इस परियोजना के पूरा होने के बाद उसे इस समस्या से निजात मिल सकेगी. बुंदेलखंड में जल प्रबंधन के क्षेत्र में दीर्घकालिक सुधार के लिए प्लान ऑफ को-ऑपरेशन के जरिए इंडिया-इजरायल-बुंदेलखंड वाटर प्रोजेक्ट इजरायल विकसित कर रहा है.


ज़ूम कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई मीटिंग
एनआईसी झांसी में ज़ूम कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई. वहीं वर्किंग ग्रुप की बैठक में इजरायल की ओर से डेन अलूफ और उनकी टीम शामिल हुई. उत्तर प्रदेश की ओर से निदेशक भूगर्भ जल विभाग एवं झांसी के जिलाधिकारी ने बैठक में प्रतिभाग किया. जिलाधिकारी झांसी ने इजरायल दल को क्षेत्र में मौके पर आकर सर्वे करने का सुझाव दिया, ताकि जो कार्य किया जाना है, उसे गति के साथ पूरा किया जा सके.

इसे भी पढ़ें-योगी के तेवर व पार्टी के फेवर में उलझी बीजेपी, आगे क्या होगा रामा रे...


वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वर्किंग ग्रुप की बैठक में इजरायल की ओर से टीम लीडर डेन अलूफ ने बताया कि कार्य के लिए तीन कंपनियों में से एक कंपनी का चयन कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि विकासखंड बबीना में पहुंज नदी से सिंचाई के क्षेत्र में कार्य योजना तैयार करके इस कार्य को पूरी तरह जमीनी रूप देना है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details