झांसी: किसानों को खरीफ 2019 के फसल बीमा का मुआवजा दिलाने, बांधों के विस्थापित किसानों के पुनर्वास, आवारा जानवरों पर नियंत्रण सहित कई अन्य मांगों को लेकर बुधवार को किसान भाइयों ने सिंचाई विभाग कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया. यहां किसान 20 मार्च से आंदोलन पर बैठे हैं. किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा.
20 मार्च से धरने पर बैठे हैं किसान. इसे भी पढ़ें :वकीलों ने जाम लगाकर किया प्रदर्शन, थाना प्रभारी पर लगाए ये आरोप
अब तक नहीं मिला मुआवजा
प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि खरीफ 2019 में दैवीय आपदा से प्रभावित 55,000 किसानों को फसल बीमा का क्लेम अभी तक नहीं मिला है. पहुंज बांध, राजघाट बांध, लखेरी बांध सहित जनपद के कई बांधों के लिए जमीन अधिग्रहण की गई. किसानों को अब तक इन जमीनों का मुआवजा नहीं मिला है. इसके साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में किसानों के बच्चों की फीस माफ किए जाने की मांग की जा रही है. किसानों की मांग है कि खरीफ 2019 में हुए नुकसान का बीमा क्लेम मिलने तक क्लेम से वंचित किसानों से कर्ज वसूली बंद की जाए.
किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने कहा कि इससे पहले दिसम्बर और जनवरी महीने में भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया जा चुका है. डीएम ने बैठक भी की थी, अफसरों ने समस्या के समाधान के लिए 15 दिन का समय मांगा था. डीएम और सिंचाई विभाग ने कमेटियां बनाई थीं, लेकिन इन कमेटियों की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई.