झांसीःडीएम रविंद्र कुमार के बाद झांसी पुलिस ने भी दलालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जनपद में शनिवार को दलालों पर बड़ी कार्रवाई की गई. पुलिस ने कहा कि दलाल या तो झांसी छोड़ देंगे या फिर जेल जाएंगे. महारानी लक्ष्मी मेडिकल कॉलेज से मरीजों को बहला-फुसलाकर प्राइवेट नर्सिंग होम में ट्रांसफर करके कमीशन पर दलाली पर कार्रवाई के लिए शनिवार को छापेमारी से अफरातफरी मच गई. पुलिस ने इस दौरान 6 लोगों और कई प्राइवेट एंबुलेंस को हिरासत में लेकर कार्रवाई की है.
डीआईजी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड इलाका होने के बाद यहां झांसी में एक महारानी लक्ष्मी मेडिकल कॉलेज है. जहां पूरे बुंदेलखंड सहित मध्य प्रदेश जिले के भी मरीज सरकार की निशुल्क योजना का लाभ लेने के लिए आते हैं. लेकिन सरकार की योजनाओं का लाभ मरीजों को नहीं मिल पाता है. क्योंकि यहां मेडिकल कॉलेज से सटे प्राइवेट अस्पतालों के दलाल सक्रिय रहते हैं. जो मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों को भेजने का कार्य करते है. उन्हें सरकारी सुविधा का लाभ लेने से मना करते हैं. साथ ही अपना कमीशन बनाने के लिए मेडिकल कॉलेज से मरीजों को प्राइवेट अस्पताल ले जाते हैं. ऐसे ही दलालों की लगातार शिकायते मिलने पर शनिवार को डीआईजी ने दलालों की धरपकड़ के लिए एसएसपी राजेश एस, सीओ सिटी अविनाश कुमार, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल नरेंद्र सेंगर की मौजदगी में भारी पुलिस बल के साथ महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज पर छापेमारी की. इस कार्रवाई में अस्पताल परिसर में खड़ी निजी एंबुलेंस को उठावा लिया. इस कार्रवाई के बाद पूरे मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया.
डीआईजी ने बताया कि पुलिस ने इस कार्रवाई में 6 लोगों को हिरासत में लिया है. उन्होंंने ने बताया कि झांसी मेडिकल कॉलेज के बाहर नर्सिंग होम की काफी शिकायतें आती रहती हैं. जिसमें कहीं डॉक्टर मरीजों के साथ अभद्रता करते हैं. कहीं मरीज भर्ती होने के बाद उनके परिजनों से काफी अच्छी रकम ऐंठ ली जाती है. इन्हीं सभी शिकायतों को लेकर आज मेडिकल कॉलेज पर छापेमारी की गई. उन्होंने कहा कि जनपद में दलालों पर यह कार्रवाई जारी रहेगी. डीआईजी ने कहा की मरीज की खरीद फरोख्त में प्राइवेट अस्पताल और दलालों के बीच बने इस पुल को तोड़ने के लिए वह सर्विलांस और पुलिस टीम लगाकर कार्रवाई करेंगे.