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जौनपुर: टीडी कॉलेज के छात्रों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को खून से लिखा पत्र, पिछले 4 दिनों से कर रहे हैं अनशन

यूपी में जौनपुर के मशहूर तिलकधारी सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय (टीडी कॉलेज) के छात्रों ने अपने खून से राज्यपाल, मुख्यमंत्रीऔर शिक्षामंत्री को पत्र लिखा है. इसमें छात्रों ने महाविद्यालय प्रशासन पर अनियमितताओं का आरोप लगाया है. बता दें कि महाविद्यालय के छात्र पिछले 4 दिनों से क्रमिक अनशन कर रहे हैं.

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Published : Sep 26, 2019, 7:23 PM IST

छात्रों ने खून से लिखा पत्र

जौनपुर:जिले के तिलकधारी सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय (टीडी कॉलेज) के छात्र महाविद्यालय के गेट पर दस सूत्रीय मांगों को लेकर चार दिनों से क्रमिक अनशन पर बैठे हुए है. बीते चार दिनों में प्राचार्य और महाविद्यालय प्रबंधक से कोई वार्ता नहीं होने पर छात्रों ने अपने खून से पत्र लिखकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री को भेजा है.

छात्रों ने खून से लिखा पत्र.

इस दौरान छात्रों ने महाविद्यालय प्रशासन पर अनियमितता का आरोप लगाया. छात्रों का कहना है कि सरकार इसमें हस्तक्षेप करे. सरकार अगर अनियमितताओं को दूर करने का काम नहीं करती है तो हमारा क्रमिक अनशन ऐसे ही चलता रहेगा.


छात्रों ने खून से लिखा पत्र

  • लाइन बाजार थाना स्थित तिलकधारी सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय (टीडी कॉलेज) के छात्र पिछले चार क्रमिक अनशन पर बैठे हैं.
  • छात्रों ने महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए अपनी 10 सूत्री मांगों को रखा.
  • महाविद्यालय प्रशासन की तरफ से इस मामले पर बात करने के लिए प्राचार्य और प्रबंध समिति तैयार नहीं है.
  • इस कारण क्रमिक अनशन के चौथे दिन छात्रों ने खून से पत्र लिखकर सरकार को चेताने का काम किया.

क्या हैं छात्रों की मुख्य मांगें

  • एग्रीकल्चर के छात्रों को आईसीएआर के तहत मान्यता दिलाकर उन्हें डिग्री प्रदान की जाए.
  • विश्वविद्यालय अनुदान द्वारा छात्रों के लिए बनाए गए छात्रावास में टीचरों और कर्मचारियों का कब्जा है, जिसे छात्रों को दिलाया जाए.
  • कॉलेज की जमीन पर कॉलेज द्वारा किये जा रहे व्यवसायीकरण को रोकने के लिए एवं उस जगह को छात्रों के हित के लिए प्रयोग करने की मांग की गई.

इस दौरान छात्रनेता उद्देश्य भारद्वाज ने कहा कि पिछले चार दिनों से क्रमिक अनशन पर बैठे हुए हैं. कॉलेज प्रशासन की तरफ से इस मुद्दे पर बात करने के लिए प्राचार्य और प्रबंध समिति तैयार नहीं है, इसलिए मजबूर होकर छात्रों ने अपने खून से मुख्यमंत्री, राज्यपाल और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर ज्ञापन दिया है.

हम लोग के महाविद्यालय में छात्रावासों पर शिक्षकों एवं कर्मचारियों का अवैध कब्जा है. जिसपर उनके नाम के प्राइवेट बिजली मीटर एलॉट हैं. जिसके चलते छात्रों को बाहर महंगे किराए पर रूम लेकर रहना पड़ता है. इनका निर्माण छात्रों के लिए हुए था था जिसपर अब शिक्षकों और कर्मचारियों का अवैध कब्जा है.
विशाल सिंह, छात्र नेता

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