जौनपुर:योगी सरकार प्रदेश में गोशालाओं की स्थिति को बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन इस प्रयास के बावजूद भी गोशालाओं में पल रही गायों की स्थिति अच्छी नहीं है. जौनपुर जिले में 18 अस्थायी गोशाला संचालित हो रही हैं. इनमें 1600 से ज्यादा गोवंश पल रहे हैं. इन गोशालाओं में पल रहे गोवंश को आधा पेट चारा ही मिल पा रहा है.
जौनपुर की गोशालाओं में पशुओं को मिल रहा आधा पेट चारा
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में गोशालाओं की स्थिति लगातार दयनीय होती जा रही है. दरअसल गोशालाओं में पल रहे गोवंश को आधा पेट चारा ही मिल पा रहा है.
गोशाला की स्थिति बदतर.
भुखमरी के कगार पर पशु
- सरकार प्रति पशु के भरण-पोषण के लिए 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से देती है, लेकिन महंगे भूसे और शुगर होने के कारण इतने कम पैसे में उन्हें भरपेट चारा नहीं मिल पा रहा है.
- यही हाल रहा तो निश्चित रूप से इतने कम पैसों में इनकी सेहत सुधरने के बजाय बिगड़ने लगेगी, अधिकारी भी सरकार के इस भरण-पोषण की राशि में बढ़ोतरी की बात कह रहे हैं.
- प्रदेश की गोशालाओं में लाखों की संख्या में गोवंश पल रहे हैं. इन गोवंश को सरकार भरण-पोषण के नाम पर 30 रुपये प्रति पशु दे रही है, जो बहुत कम है.
- इतने कम पैसे में महंगाई के कारण गोशाला में गाय को केवल 3 किलो भूसा ही मिल पा रहा है, जिसके कारण गायों का आधा पेट ही भर पा रहा है.
- भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके इन पशुओं की हालत अब बिगड़ने लगी है, गोशालाओं की देख-रेख में लगे अधिकारी भी खुद इस पैसे को कम बता रहे हैं.