जालौन: जिले में शनिवार को झांसी-कानपुर नेशनल हाईवे-27 पर बने आटा टोल के खिलाफ विभिन्न दलों ने सामूहिक तौर पर विरोध प्रर्दशन किया. यह प्रदर्शन कलेक्ट्रेट परिसर में किया गया. प्रदर्शन में एकजुट हुए लोगों ने एनएचएआई पर मानक के हिसाब टोल न बनाने पर सवाल उठाए तो वहीं जिले में सही सड़के न होने को लेकर भी हंगामा किया. वहीं इन सबके बीच जिले वासियों को आटा टोल पर आए दिन गुंडागर्दी का शिकार होना पड़ता है. इन सब बातों को लेकर लोगों ने परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी को संबोधित कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
समाजसेवी अनुज मिश्रा ने कहा की-
- सही सड़कें न होने के बावजूद भी आम जनता पर दो-दो टोल का बोझ लादा जा रहा है.
- लोगों को आटा टोल पर आए दिन गुंडागर्दी का शिकार होना पड़ता है.
- आटा टोल मैनेजर रघुवंश पांडे के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बावजूद शासन-प्रशासन पर कोई भी कार्यवाही करने में समर्थ नहीं हैं.
- आम जनता में सरकार और जनप्रतिनिधियों के प्रति नाराजगी साफ दिखाई दे रही है.
- आटा टोल पर कार्यरत लड़कियां जो अवयस्क हैं, वह बाल श्रम कानून के अंतर्गत आती हैं.
- आटा टोल पर आए दिन समाज के संभ्रांत नागरिकों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया जाता है.
- NHAI पर मानक के हिसाब से दो टोलों की आपस की दूरी कम से कम 60 किलोमीटर होनी चाहिए, जो मानक के हिसाब से अवैध है.
- टोल मैनेजर राहगीरों के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी देता है.
- सत्ता पक्ष के कुछ जनप्रतिनिधि अनुमति को छुपाकर प्रशासन का सहयोग करने में जुटे हुए हैं.
- कुछ वर्षों पूर्व जनपद के तत्कालीन जिलाधिकारी राम गणेश जी ने अपनी जांच में आटा टोल को अवैध बताया था.