हाथरस: जिले में राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी पर पुलिस द्वारा की गई लाठीचार्ज के विरोध में आरएलडी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए दोषियों के ऊपर कार्रवाई की मांग की है. साथ ही कार्यकर्ताओं ने मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए राष्ट्रपति को नामित ज्ञापन डीएम को सौंपा है.
4 अक्टूबर को हुआ था लाठीचार्ज
हाल में बीते 4 अक्टूबर को राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस पहुंचे थे. इस दौरान पुलिस द्वारा राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ता और नेताओं पर लाठीचार्ज कर दिया गया था. इसके बाद से राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ता और नेता शासन-प्रशासन का लगातार विरोध कर रहे हैं.
इसी क्रम में मंगलवार को राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे, जहां सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ता और नेताओं का कहना था कि सरकार जिस तरह से कार्य कर रही है, वह सरासर गलत है.
कार्यकर्ताओं ने बयां किया दर्द
आरएलडी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि वर्तमान में सरकार आरोपियों का बचाव कर रही है और पीड़ितों का शोषण हो रहा है. हाथरस में दलित बिटिया के साथ गैंगरेप के बाद उसे इतना घायल कर दिया गया कि उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. पीड़ित परिवार को सहारा देने की बजाय सरकार आरोपियों के समर्थन में खड़ी नजर आ रही है. जब दूसरा कोई राजनीतिक दल का नेता पीड़ित परिवार का दुख-दर्द बांटने के लिए उनके घर जा रहा है, तो सरकार को सहन नहीं हो रहा. सरकार पुलिस को आगे कर इस तरह के कृत्य करा रही है.
आरएलडी ने की शासन की निंदा
इस दौरान जानकारी देते हुए राष्ट्रीय लोक दल के नेता डॉ. अशोक अग्रवाल ने बताया कि बीते 4 अक्टूबर को हमारे नेता माननीय जयंत चौधरी जी पीड़ित दलित परिवार से मिलने जा रहे थे. वह शांतिपूर्वक मीडिया कर्मियों से बात कर रहे थे, तभी अचानक पुलिस ने जिस तरह से हमारे नेता पर लाठीचार्ज किया, वह निंदनीय है. माननीय जयंत चौधरी बहुत ही साधारण स्वभाव के और बहुत ही शांतिप्रिय व्यक्ति हैं. उन जैसे नेता पर पुलिस से हमला कराया गया, उसके लिए हम पुलिस प्रशासन और शासन की निंदा करते हैं.
जनता 2022 में सरकार को उखाड़ फेंकगी
डॉ. अशोक अग्रवाल ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि जिन लोगों ने इस काम को अंजाम दिया है, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, नहीं तो राष्ट्रीय लोक दल मथुरा में भी बहुत बड़ा प्रदर्शन करने का काम करेगा. यह लोकतंत्र है और लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है.
उन्होंने कहा कि इमरजेंसी घोषित नहीं है, लेकिन अघोषित इमरजेंसी इस समय उत्तर प्रदेश में लागू है. जनता यह बिल्कुल सहन नहीं करेगी, जनता 2022 में सरकार को उखाड़ फेंकने का कार्य करेगी.