हाथरस: जिला एवं सत्र न्यायालय से मुरसान थाने के क्षेत्राधिकार को हटा कर वाह्य न्यायालय सादाबाद से लिंक कर दिया गया है. इसका पूरे जिले में कई संगठनों और क्षेत्र से संबंधित लोग विरोध कर रहे हैं.
अधिवक्ताओं के समर्थन में आए कई संगठन. रविवार को मुरासन थाने की जनता सड़कों पर उतर पड़ी और इस तानाशाही रवैये के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कस्बे के गांव-गांव और क्षेत्र से लोग रामलीला मैदान पर पहुंचकर धरना-प्रदर्शन किया. वहीं व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे.
अधिवक्ताओं का चल रहा क्रमिक अनशन
इस मौके पर धरने की अध्यक्षता कर रहे पूर्व चेयरमैन गिर्राजकिशोर शर्मा ने मंच से कहा कि डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन हमारी लड़ाई लड़ रहा है. डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत सारस्वत ने कहा कि मुरसान थाने के क्षेत्राधिकार को गलत तरीके से हटाकर वाह्य न्यायालय सादाबाद से लिंक कर दिया गया है. हम इसे पुनः हाथरस में जोड़े जाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो अधिवक्ताओं का चल रहा क्रमिक अनशन आमरण अनशन में भी बदल सकता है.
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