हाथरस:गौशालाओं पर भले ही तमाम पैसा खर्च किया जा रहा हो. भले ही अधिकारी गौशालाओं की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, लेकिन किसी की नजर उन किसानों पर नहीं पड़ रही जिनकी फसल को आवारा पशु बर्बाद कर रहे हैं. इन पशुओं से बचाव के लिए किसान दिन-रात अपने खेतों की रखवाली करने में जुटे हैं. इस काम में किसानों के परिवार की महिलाओं को भी उनका साथ देना पड़ रहा है.
आवारा पशु कर रहे किसानों की फसल बर्बाद
पिछले कुछ सालों से किसान आवारा पशुओं से बेहद परेशान हैं. जहां भी मौका लगता है यह आवारा पशु किसानों के खेतों में घुस जाते हैं और उसके खेत में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा देते हैं. इन आवारा पशुओं से अपनी फसल को बचाने के लिए किसान और उसके परिवार के लोग दिन-रात खेतों की रखवाली करने में जुटे रहते हैं, जिन दिनों सर्दी के सितम से परेशान आम लोग शाम ढलते ही बिस्तर में घुस जाया करते थे. अन्नदाता फसल बचाने के लिए रात रात भर खेतों की रखवाली करते रहें. रात में खेतों की रखवाली करने में किसान के परिवार की महिलाओं को भी आगे आना पड़ा है.
किसान परिवार की महिलाएं भी करती हैं खेतों की रखवाली
वैसे तो जिले भर के किसान रात रात भर जाग कर आवारा पशुओं से अपने खेतों को की रखवाली करने में जुटे हैं, लेकिन हसायन ब्लॉक के कई गांव ऐसे हैं. जहां रात में खेतों में खड़ी फसल को आवारा पशुओं से बचाने के लिए महिलाओं को भी आगे आना पड़ा है. हसायन क्षेत्र में महिलाएं रात रात भर खेतों की रखवाली करती दिख जाएंगी.