हरदोई:मिशन इंद्रधनुष के तहत गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा. जो बच्चे और गर्भवती महिलाएं छूट गई है ऐसे में 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए गर्भवती महिलाओं और बच्चों को टीके लगाए जाएंगे. जिले के 14 विकासखंड में चलाए जाने वाले इस कार्यक्रम के तहत आशा बहू घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं और बच्चों को टीका लगाएंगी.
इंद्रधनुष के जरिए खिलेंगे बच्चों की सेहत के रंग, बीमारियों से मिलेगा छुटकारा
जानें, क्यों की जा रही मिशन इंद्रधनुष की शुरूआत-
- गर्भवती महिलाओं और बच्चों को 12 गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए मिशन इंद्रधनुष की शुरूआत की जा रही.
- मिशन इंद्रधनुष जिले के 14 विकासखंडों में चलाया जाएगा, जिसके तहत गांव-गांव जाकर टीका लगाया जाएगा.
- 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए गर्भवती महिलाओं और बच्चों को टीके लगाए जाएंगे.
- मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम की शुरुआत 2 दिसंबर से की जाएगी. प्रथम चरण 2 दिसंबर से 8 दिसंबर चलेगा.
12 दिसम्बर से होगी मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत
जिले के 14 विकासखंड सुरसा, पिहानी, भरावन, संडीला, कछौना, अहिरोरी, टोडरपुर, शाहाबाद, भरखनी, सांडी, हरपालपुर हरियावां टडियावा और बावन विकासखंड में मिशन इंद्रधनुष टू अभियान चलाया जाएगा. यहां 14 विकास खंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण का स्तर 70% से कम रहा है. 12 जानलेवा बीमारियां पोलियो, तपेदिक, खसरा, हेपेटाइटिस बी, टिटनेस, सहित 12 बीमारियों का टीका लगाया जाएगा.
मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है जिसके तहत जिले के 14 विकास खंड में अभियान चलाया जाएगा. गर्भवती महिलाओं और बच्चों को जिन्हें मिशन इंद्रधनुष के टीके नहीं लगे हैं, इनको 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए एएनएम और आशा बहू गांव-गांव जाकर टीकाकरण का काम करेंगी.
एस के रावत, मुख्य चिकित्सा अधिकारी