हरदोई: जिले के कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं की सहूलियत के लिए करीब 100 चैंबर बनवाये गए थे. 2006 में 50, तो वहीं 2008 में 50 चैंबर वकीलों के लिए बनवाये गए थे. निर्माण के बाद ये 100 चैंबर अधिवक्ताओं को आवंटित कर दिए गए, लेकिन आज तक तमाम वकीलों ने यहां बैठना शुरु नहीं किया. इस पर बार एसोसिएशन ने एक नोटिस जारी कर आवंटन निरस्त करने की बात कही है. उन्होंने नोटिस में साफ कर दिया कि जिन वकीलों ने अभी तक जगह नहीं ली और न ही किराया जमा किया उनका आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा.
अधिवक्ताओं के चैंबर बहा रहे बदहाली के आंसू, हुए उपेक्षा का शिकार
हरदोई में अधिवक्ताओं के लिए करीब 100 चैंबर बनवाये गए थे. निर्माण के बाद यह चैंबर अधिवक्ताओं को आवंटित कर दिए गए, लेकिन आज तक तमाम वकीलों ने यहां बैठना शुरु नहीं किया. इस पर बार एसोसिएशन ने एक नोटिस जारी कर आवंटन निरस्त करने की बात कही है.
अधिवक्ताओं के लिए 100 चैंबर बनवाये गए थे-
- मौजूदा समय में कुछ चैंबर छोड़ कर बाकी सारे चैंबर खाली पड़े हैं.
- बार एसोसिएशन ने अधिवक्ताओं को नोटिस भी जारी कर दिया कि जल्द ही कब्जा न लेने की दशा में उनके चैंबर का आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा.
- वकीलों की मानें तो यहां पर न ही पानी की व्यवस्था है और न ही किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
- इतना ही नहीं जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है और वकीलों के जाने के बाद इन चैंबरों का सीधा लाभ जुआरी और नशेड़ी उठा रहे हैं.
- ईटीवी की टीम ने जब चैम्बरों का जायजा लिया तो पता चला कि अधिवक्ताओं का मोह इन चैंबरों से भंग हो चुका है.
- कईं वर्षों से किसी भी सफाई कर्मचारी को यहां नहीं रखा गया है और चारों तरफ गंदगी का अंबार है.
- वहीं आधे से ज्यादा चैंबर क्षतिग्रस्त हैं और चैंबरों की बिल्डिंग में बने शौचालयों में पानी की सप्लाई भी नहीं दी जा सकी है.
- इतना ही नहीं जगह-जगह नशे की सामग्री भी यहां देखने को मिलती है.
कुछ वकीलों ने जानकारी दी कि जब वकील चले जाते हैं तो चारों तरफ से खुली चैम्बर की बिल्डिंग में अराजक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है. इसके कारण यहां पर जगह-जगह शराब की बोतलें आदि बिखरी पड़ी हैं. इतना ही नहीं भवन की छत पर बनी सभी नालियां चोक हैं, जिससे बारिश में यहां जल भराव हो जाता है. नशेड़ियों के अलावा यहां जुआरियों का भी जमावड़ा लगता है, जिसका सबूत छत पर पड़े ताश और जीतने-हारने वालों की पड़ी सूची दे रही है. आज के समय मे यह चैम्बर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं लेकिन कोई भी इस तरफ ध्यान देना जरुरी नहीं समझ रहा है.
वहीं अधिवक्ता संघ के महामंत्री जेपी त्रिवेदी ने बताया कि ये समस्याएं यहां लंबे समय से बरकरार हैं. अब इन समस्याओं को दूर करने की रणनीतियां तैयार की जा रही हैं और इसी क्रम में छह सदस्यीय टीम गठित की गई है. समय-समय पर टीम चैम्बरों का निरीक्षण करती रहेगी और बदहाली दूर करने के लिए भी जिलाधिकारी से बैठक कर रणनीति तैयार की जा रही है. जल्द से जल्द यहां का मेंटेनेंस करा कर हालात को सुधारा जाएगा.