हापुड़ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिले के पिलखुवा में पहुंचे थे. पिलखुवा के रामलीला मैदान में प्रभावी मतदाता संवाद किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने एक जनसभा को संबोधित किया और धौलाना विधानसभा (Dhaulana Assembly Constituency) के बीजेपी प्रत्याशी धर्मेश तोमर (BJP candidate Dharmesh Tomar) के समर्थन में मतदान करने की अपील की. जनसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धौलाना क्रांतिकारियों की धरती है. 1857 के समय में धौलाना के क्रांतिकारियों ने भी देश की आजादी के लिए अपने आप को बलिदान किया था.
मुख्यमंत्री ने सपा और बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सोच परिवारवादी है और उनका काम दंगावादी था. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के डबल इंजन की सरकार की सोच दमदार है और ईमानदार भी है. उत्तर प्रदेश के अंदर 2017 से पहले की स्थिति और 2017 के बाद की स्थिति आपको स्पष्ट दिखती होगी. 2017 से पहले कोई सुरक्षित नहीं था, बेटियां सुरक्षित नहीं थी, अराजकता का माहौल था, विकास की योजनाएं ठप पड़ी थीं, गरीबों को शासन की योजनाएं नहीं मिल रही थीं, विकास का पैसा इत्र वाले मित्र के घरों में आरसीसी दीवारों में कैद हो जाता था, मुजफ्फरनगर का दंगा बुलंदशहर का उपद्रव, मेरठ का उपद्रव, सहारनपुर का दंगा, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर ऐसे कौन से कस्बे थे जहां दंगे नहीं होते थे.
मुख्यमंत्री के सिर के नीचे लखनऊ में दंगे होते थे. लेकिन दंगाइयों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती थी. सपा और बसपा की सरकार में उनकी संवेदना दंगाइयों के प्रति है. मुजफ्फरनगर में सचिन और गौरव की निर्मम हत्या कर दी गई थी. हत्या इसलिए हो गई क्योंकि वह अपनी बहन की छेड़खानी पर उनसे पूछने के लिए गए थे कि तुम लोग मेरी बहन को क्यों परेशान कर रहे हो? जो दो लड़कों की जोड़ी फिर से आ रही है. यह दंगा कराने की साजिश है.
यह इत्र वाले मित्र की मित्रता को और बढ़ाने के लिए आए हैं. इनका विकास से कोई लेना देना नहीं है. लोक कल्याण से इनका कोई मतलब नहीं. गरीब कल्याण से कोई लेना-देना नहीं. इनके लिए तो इनके परिवार का विकास ही प्रदेश का विकास है और हमारे लिए प्रदेश के 25 करोड़ जनता की खुशहाली ही हमारी खुशहाली है. 25 करोड़ जनता ही तो हमारा परिवार है. पहली बार आपने दंगाइयों के पोस्टर चौराहों पर लगते देखे होंगे. उनसे वसूली होते भी देखी होगी और दंगाइयों को और पेशेवर अपराधियों को अपने गलों में तख्ती लटका कर चलते हुए देखा होगा.
उन्होंने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद यह जो लोग अपने बिलों से निकलकर बिलबिला रहे हैं, 10 मार्च के बाद 24 घंटे फिर शांत हो जाएंगे. विकास और सुशासन का कोई विकल्प नहीं है. सपा बसपा की सरकार अंधेरा देती थी क्योंकि बिजली नहीं थी. गरीबों के लिए राशन नहीं था, जो मुख्यमंत्री बनता था या मंत्री बनता था. पहले अपना बंगला बनाता था. योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने गरीबों को मकान, शौचालय और पेंशन, स्वास्थ्य बीमा और फ्री कोरोना वैक्सीन दी. यह विकास का पैसा पहले कहां जाता था. विकास का पैसा लूट कर इत्र वाले मित्र के यहां जमा कर देते थे, जब बुलडोजर चला तो पैसों की गड्डी बाहर निकली.