हमीरपुर: जिले में उफनाती यमुना और बेतवा नदियों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. खतरे के निशान से ऊपर बह रही दोनों नदियों से हजारों की तादाद में लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं कोटा बैराज बांध से यमुना में और पानी छोड़े जाने से निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की समस्याएं और बढ़ने वाली हैं. यमुना में बढ़ते जलस्तर को लेकर जिला प्रशासन अब हरकत में आ गया है.
हमीरपुर: खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना, अलर्ट मोड पर प्रशासन
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में उफनाती यमुना और बेतवा नदियों से निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की समस्याएं और बढ़ने वाली हैं. इसको मद्देनजर रखते हुए जिलाधिकारी ने समीपवर्ती स्कूलों में भी छुट्टी के आदेश दिए हैं.
सरकारी स्कूलों में छुट्टी के आदेश
प्रशासन द्वारा आनन-फानन में यमुना से सटे निचले इलाकों के गांवों को खाली कराया जा रहा है. ऐहतियात के तौर पर यमुना और बेतवा पुल पर भारी वाहनों का प्रवेश मंगलवार से वर्जित कर दिया गया है. साथ ही सरकारी स्कूलों में छुट्टी के आदेश भी जिलाधिकारी ने जारी कर दिए हैं.
कोटा बैराज बांध से यमुना नदी में छोड़ा गया पानी
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि कोटा बैराज बांध से यमुना नदी में रविवार को 6,65,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. यह पानी मंगलवार दोपहर तक जिले की सीमा में पहुंचेगा. उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. ऐसे में जब कोटा बैराज बांध से छोड़ा गया पानी आ जाएगा तो यमुना से सटे मेरापुर, भिलांवा, डिग्गी व संगम आदि गांव प्रभावित होंगे. उन्होंने बताया कि बढ़ते जलस्तर को देखते हुए यमुना और बेतवा पुल पर भारी वाहनों का प्रवेश मंगलवार से बंद कर दिया जाएगा. इसके अलावा समीपवर्ती स्कूलों में भी छुट्टी के आदेश दिए गए हैं.