हमीरपुर: 26 जनवरी 1997 को सामूहिक हत्याकांड की घटना का गवाह बनने वाले हमीरपुर जिले में गुरुवार को ऐसी ही एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक ही परिवार के पांच सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी गई.
जानकारी देते डीआईजी अनिल राय. जिला मुख्यालय के रानी लक्ष्मीबाई मोहल्ले के पास मुस्लिम परिवार के 5 लोगों की बेरहमी से हत्या की खबर फैलते ही हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर डीआईजी चित्रकूट धाम मंडल, एसपी और जिलाधिकारी समेत तमाम आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. हत्यारों की निशानदेही के लिए मौके पर डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया.
क्या है पूरा मामला
- रानी लक्ष्मीबाई मोहल्ला निवासी नूरबक्श अपने बड़े पुत्र नफीस के बेटे के मुंडन संस्कार में बागी गांव गए हुए थे.
- नूरबरक्श के साथ उनकी पत्नी और बहू भी गए हुए थे.
- घर में मौजूद छोटे बेटे रईस और उसकी पत्नी रोशनी, 4 वर्षीय बेटी आलिया, 15 वर्षीय भांजी रोशनी व उसकी 85 वर्षीय दादी शकीना की हत्या होने की खबर मिली.
- सूचना पर आनन-फानन में सभी लोग घर लौटे तो देखा कि रईस और उसकी दादी शकीना का शव गैलरी में पड़ा था.
- बेटी आलिया और पत्नी रोशनी का शव बेड में लहूलुहान हालत में पड़ा मिला और भांजी का शव एक अलग कमरे में पड़ा मिला.
- एक ही घर में पांच शव देखकर परिजनों के होश उड़ गए और कोहराम मच गया.
सूचना पर पहुंचे डीआईजी
- घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा, अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश समेत तमाम आला अधिकारी पहुंचे.
- पुलिस ने पहुंचते ही सभी कमरों के दरवाजों को बंद कर दिया और जांच-पड़ताल में जुट गई.
- इस बीच घटना की जानकारी होते ही चित्रकूट धाम मंडल के डीआईजी अनिल राय भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया.
- मुस्लिम परिवार के पांच लोगों की एक साथ हत्या के मामले को गंभीरता से लेते हुए घटनास्थल पर भारी फोर्स तैनात कर दिया गया है.
- कोतवाली पुलिस समेत कुरारा, सुमेरपुर, ललपुरा, मौदहा का पुलिस बल मौके पर मौजूद है.
- किसी भी प्रकार का कोई उपद्रव न हो सके इसके लिए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है.
पहले भी हुई थी 5 हत्याएं, विधायक को हुई है उम्रकैद की सजा
- 26 जनवरी 1997 को पांच हत्याओं से हमीरपुर जिले में सनसनी फैल गई थी.
- उस मामले में हमीरपुर सदर सीट से मौजूदा विधायक अशोक सिंह चंदेल को 22 साल बाद हाई कोर्ट ने दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी.
- सन 1997 के बाद गुरुवार को घटी घटना से जिलेवासियों के मन में पुराना मंजर एक बार फिर से ताजा हो गया.
सभी लोगों के सिर पर हथौड़े से वार कर हत्या की गई है. फॉरेंसिक टीम के साथ-साथ डॉग स्क्वायड को भी मौके पर बुलाया गया है. पुलिस ने शुरुआती छानबीन शुरू कर दी है. संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. शुरुआती जांच में घटना के पीछे पारिवारिक विवाद सामने आ रहा है, लेकिन पारिवारिक विवाद के अलावा भी पुलिस अन्य बिंदुओं पर छानबीन में जुटी है. जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा.
-अनिल राय, डीआईजी चित्रकूट धाम मंडल