गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजयदशमी पर्व के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई देने के साथ अपनी गोरक्ष पीठाधीश्वर की भूमिका का भी बखूबी निर्वहन किया. मंगलवार को उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में बाबा गोरखनाथ की पूजा अर्चना की, जिसके बाद रथ पर सवार होकर शोभायात्रा निकाली और दशकों से चले आ रहे परंपरा का निर्वहन किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजयदशमी पर्व पर लोगों को दी बधाई. शोभायात्रा में उमड़ी हजारों की भीड़
महंत योगी आदित्यनाथ के शोभायात्रा में हजारों भीड़ उनका आशीर्वाद लेने के लिए पहुंची. घंटा घड़ियाल और ढोल नगाड़ों की ध्वनि के बीच जय श्रीराम के नारे भी आसमान में गुंजायमान हो रहे थे. बता दें कि यह शोभायात्रा प्रत्येक वर्ष दशहरे के अवसर पर निकाला जाता है, जिसमें सभी समुदाय के लोग बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं.
मंदिर से निकल कर महंत योगी आदित्यनाथ अधियारी बाग स्थित मानसरोवर मंदिर भी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया. यहां उन्होंने रामलीला के मंच पर जाकर राम, लक्ष्मण और सीता का चरित्र निभा रहे पात्रों को तिलक लगाया. वहीं उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि
त्रेता युग का वह कालखंड हम सबके जीवन में सदैव विपरीत परिस्थितियों में धैर्य से खड़े रहने की प्रेरणा देता है. उन्होंने कहा कि यही आह्वान करने के लिए और गोरक्ष पीठाधीश्वर की भूमिका का निर्वहन करने के लिए रामलीला मैदान में उपस्थित हुआ हूं. मर्यादा पुरुषोत्तम राम का जीवन आप सबके लिए प्रेरणादायी बने और आप सभी के जीवन में अपार खुशियां भरें. विजयदशमी के पर्व पर मैं यही आप सबको बधाई देता हूं.
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इस दौरान मुख्यमंत्री ने अयोध्या में 26 अक्टूबर को दीपावली के अवसर पर मनाए जाने वाले दीपोत्सव की भी चर्चा उपस्थित समुदाय के बीच की. वहीं यह भी बताया कि वहां पर दुनिया के उन तमाम देशों के रामलीला के कलाकार आकर अपनी प्रस्तुति देंगे जो भगवान राम को अपना पूर्वज मानते हैं और उनके जीवन चरित्र को अपनाते हैं.
योगी आदित्यनाथ ने इंडोनेशिया की रामलीला का जिक्र करते हुए कहा कि मुस्लिम संप्रदाय के लोग रामलीला का अद्भुत मंचन करते हैं और उसमें हर एक पात्र की भूमिका में मुस्लिम समाज के लोग होते हैं, जो यह बताता है कि भगवान राम का जीवन चरित्र कितना मर्यादित और लोगों के लिए प्रेरणादायी रहा है.