गोरखपुर:आधार कार्ड से करोड़ों रुपये निकालने वाले अपराधियों को साइबर थाना पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पंचशील टेक पार्क वन, येरवडा पुणे, महाराष्ट्र में स्थित ईजी पे प्राइवेट लिमिटेड में मैनेजर के रूप में कार्यरत विकास मकवाना ने साइबर अपराध थाना गोरखपुर को जरिए डाक सूचित कराया कि ईजी पे प्राइवेट लिमिटेड के पार्टनर बैंक (yes बैंक और एनएसडीएल पेमेंट बैंक, एक्वायरर बैंक) से एईपीएस बल्क फ्रॉड ईमेल नोटिफिकेशन प्राप्त हुआ है. जिसमें ग्राहक ने बताया है कि उसने लेनदेन नहीं किया था और राशि उसके बैंक खाते से डेबिट कर दी गई थी. हमने ग्राहक से बात करके मामले की जांच की और उनके अनुसार हमारे गोरखपुर के कुछ एजेंट ने कस्टमर्स के आधार नंबर और अंगूठे के निशान का डाटा लेकर उनके बैंक अकाउंट से अनधिकृत पैसा निकाल लिया और फिर वो सारा पैसा खुद के बैंक खाता बैंक में ट्रांसफर कर लिया.
इस शिकायत के बाद मामले की जांच हुई और मुकदमा पंजीकृत हुआ. मामले की जांच में पता चला कि आरोपित बैंक के भारत में 10 लाख एजेंट है. गोरखपुर में लगभग 9 हजार एजेंट कार्यरत है जो कि आधार से पैसा निकालना, मनी ट्रांसफर का काम करते है. उन्हीं में से कुछ एजेंट द्वारा ईजी पे कम्पनी के ऐप का गलत इस्तेमाल करके हैदराबाद और आसपास के ग्राहकों का अनधिकृत रूप से आधार कार्ड और फिंगर प्रिंट के माध्यम से करीब एक करोड़ की धन निकासी की गई. इस मामले में धर्मपुर कॉलोनी थाना शाहपुर गोरखपुर निवासी विकास उर्फ विक्की साहनी और थाना रौनापार आजमगढ़ निवासी अक्षय यादव को गिरफ्तार किया गया है.