गोरखपुर:आपदा बहुत ही कम समय के लिए आती है, पर अपना असर लंबे समय तक छोड़ जाती है. आपदा को रोका नहीं जा सकता, लेकिन इसके प्रति आम लोगों को जागरूक करके इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है. इन आपदाओं से निपटने के लिए आरआरसी 11वीं एनडीआरएफ गोरखपुर की टीम और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में तहसीलों में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
- इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 200 आपदा मित्रों का चयन किया गया और उन्हें भी इस प्रशिक्षण शिविर में शामिल किया गया.
- आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोरखपुर के गौतम गुप्ता ने बाढ़ या भूकंप जैसी आपदा से बचाव के लिए आपदा से पूर्व और बाद में अपनाई जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
- साथ ही साथ इस आपदाओं में प्रयोग की जाने वाली विभिन्न बचाव तकनीक, फंसे हुए लोगों को निकालने व प्राथमिक उपचार देने के बारे में बताया गया.
- इसमें बाढ़ के दौरान जीवन सुरक्षा के लिए स्थानीय संसाधनों से निर्मित रक्षक जैकेट व राफ्ट, दूषित जल को घर पर फिल्टर करने का तरीका, सांप काटने पर किए जाने वाले उपचार तथा भूकंप, भूस्खलन और आग जैसी आपदाओं में घायल हुए व्यक्तियों को अस्पताल से पूर्व चिकित्सा के बारे में बताया गया.
तहसील सदर में एनडीआरफ टीम द्वारा प्रशिक्षण व प्रदर्शनी लगाई गई थी. इसमें आपदा मित्रों की सहभागिता महत्वपूर्ण रही. आपदा मित्र का गठन किसी भी आपदा से निपटने के लिए किया गया है. पूरे प्रदेश के 2 जनपदों में आपदा मित्र टीम का गठन किया गया है, जिसमें स्थानीय और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को शामिल किया गया है. आपदा मित्रों को पूरी तरह से प्रशिक्षित किया गया है.
पीएल शर्मा, 11वीं बटालियन एनडीआरएफ