गोरखपुर:जनपद के मंडलीय कारागार में बंद 6 कैदियों के लिए 15 अगस्त नई आजादी का दिन होगा. अपनी सजा काट चुके यह कैदी जुर्माने की राशि अदा नहीं कर पाने की वजह से जेल से रिहा नहीं हो रहे थे. इनमें एक महिला भी शामिल है, जिसका नाम रानी वर्मा है. वह 10 साल से इस जेल में बंद है.
कैदियों को छुड़ाने के लिए आगे आये लोग-
- कैदियों को छुड़ाने के राज्य सरकार के आदेश और जेल प्रशासन की पहल पर शहर के कई स्वयंसेवी संगठन आगे आये हैं.
- मधुसूदन होम्स सोसायटी के लोगों ने रानी वर्मा को छुड़ाने के लिए 16 हजार रुपये इकट्ठा की है.
- सोसायटी के लोगों ने यह रकम जेल प्रशासन को सौंप दी है.
- रानी वर्मा 15 अगस्त को जेल से आजाद हो जाएगी.
इस वजह से कैदी होंगे रिहा-
दरअसल 15 अगस्त, 2 अक्टूबर, 26 जनवरी के अलावा पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर राज्य सरकार ने विशेष कदम उठाया है. वह जेल में बंद ऐसे कैदियों को छोड़ने का फरमान जारी कर चुकी है जो सजा काट चुके हैं और जुर्माना आदि नहीं भर पाने की वजह से छूट नहीं पा रहे हैं. इस बार 15 अगस्त को गोरखपुर जेल से कुल छह कैदी छोड़े जाएंगे, जिसमें एक महिला भी है.
जेल प्रशासन इन्हें छोड़ने के लिए जुर्माने की रकम के लिए कुछ सामाजिक लोगों से सम्पर्क किया तो लोग आगे आये. इसमें रानी वर्मा नाम की कैदी को मधुसूदन होम्स सोसायटी के लोग जुर्माना भरकर छुड़ा रहे हैं, तो बाकी पांच कैदियों के लिए भी लोगों ने जुर्माना भरने की सहमति दे दी है. ऐसे लोगों ने कहा कि अगर उनके प्रयास से किसी को जिंदगी सुधारने और फिर से आजाद होने का अवसर मिल रहा है तो वह प्रयास करने को आगे बढ़े हैं.