गोरखपुर:उत्तर प्रदेश राज्य चीनी व गन्ना विकास निगम लिमिटेड इकाई पिपराइच की नवनिर्मित चीनी मिल की क्षमता के अनुरूप पिराई नहीं हो पा रही है. इसी वजह से मिल परिसर और सड़कों पर गन्ने से लदे वाहनों की कतारें देखने को मिल रही हैं. किसानों का कहना है कि तकनीकी खामियों की वजह से मिल रुक-रुक कर चल रही है. इससे किसानों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पिपराइच चीनी मिल ने बढ़ाई किसानों की परेशानी. सीएम योगी ने किया था लोकार्पण
दरअसल 17 नवंबर को सीएम योगी अदित्यनाथ ने नवनिर्मित चीनी मिल और 27 मेगावाट पावर प्लांट का लोकार्पण किया था. उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पिरोई सत्र का शुभारंभ किया था.
क्षमता के सापेक्ष पिराई नहीं कर रही मिल
21 नवंबर को पेराई शुरु करने की घोषणा की गई, लेकिन गन्ना की आवक सीमित होने के कारण चीनी मिल में 28 नवंबर से पेराई शुरु हो सकी. जब गन्ना की आवक तेज हुई तो मिल अपनी पूरी क्षमता से पेराई करने में खरा नहीं उतर सकी. इसी वजह है कि चीनी मिल परिसर सहित सड़कों पर भी गन्ना से लदे वाहनों की कतार लगी है.
रुक-रुक कर चलती है मिल
सूत्रों की माने तो गन्ना पेराई के दौरान एक न एक नई तकनीकी खामियां के कारण मिल अपने लक्ष्य के सापेक्ष पेराई नहीं कर पा रही है. अब तक 19 से 20 हजार क्विंटल पेराई क्षमता हो पाई है. किसान बताते हैं कि मिल तकनीकी खामियों से रुक-रुक कर चल रही है, इसी कारण उनके गन्ना तौल में विलंब हो रहा है.
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