गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) ने रोजगार के नए द्वार खोलने की तैयारी कर ली है. इस दिशा में गीडा द्वारा बढ़ाए गए कदम को सफलता भी मिली है और बहुत जल्द यहां पर फ्लैटेड फैक्ट्री और प्लास्टिक पार्क की स्थापना होगी. इसकी केंद्र सरकार से मंजूरी भी मिल गई है. इन दोनों के मूर्त रूप में आने के साथ ही इस क्षेत्र में करीब 10 हजार लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे. बीते 5 साल में गीडा उद्यमियों का पसंदीदा स्थान बन रहा है. जहां विकास के साथ रोजगार की संभावनाओं को पंख लग रहे हैं. कह सकते हैं कि औद्योगिक विकास के जरिए रोजगार सृजन का यह बड़ा केंद्र बनने की ओर अग्रसर है.
केंद्र सरकार से इन दोनों प्रोजेक्ट को मंजूरी योगी सरकार 2.0 के पहले 100 दिन के लिए निर्धारित समय सीमा में मिली है. प्लास्टिक पार्क की स्थापना गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर 88 एकड़ क्षेत्रफल में प्रस्तावित है. अकेले इस पार्क के अस्तित्व में आते ही 7 हजार लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है. प्लास्टिक पार्क में 90 से अधिक औद्योगिक इकाइयां स्थापित की जाएंगी. इकाइयों को कच्चे माल की आपूर्ति में कोई दिक्कत न आए इसके लिए गीडा की तरफ से गैस अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड (गेल) से समझौता करने की तैयारी चल रही है. उधर ओडीओपी में शामिल रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में उद्योगों की संख्या में वृद्धि के लिए फ्लैटेड फैक्ट्री के निर्माण के लिए केंद्र सरकार से अनुमति मिल गई है.
इस फैक्ट्री में रेडीमेड गारमेंट उद्यमियों को सुविधा युक्त आहार उपलब्ध कराए जाएंगे. जिससे वह कम पूंजी में भी काम शुरू कर सकेंगे. फ्लैटेड फैक्ट्री में करीब 3 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा. फ्लैटेड फैक्ट्री के साथ ही रेडीमेड गारमेंट पार्क का भी यहां काम तेजी से चल रहा है. गीडा के सीईओ पवन अग्रवाल ने कहा है कि सरकार के निर्देश पर यहां सुविधाओं को विकसित करने का क्रम चल रहा है. जिससे उद्योगों की स्थापना में कोई समस्या न आए. सिंगल विंडो सिस्टम से सभी प्रकार के क्लीयरेंस दिए जा रहे हैं. चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र अग्रवाल ने उद्योगों की स्थापना में इन दोनों पहल को सराहा है. यह रोजगार को देने वाला भी है.