गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी की गीडा ने उद्योगों की स्थापना के लिए प्लाट आवंटन करने में बड़ी सफलता हासिल की है. यही नहीं गीडा ने कुछ उद्योगों ने स्थापना कराकर किए गए एमओयू को धरातल पर भी उतार दिया है. ऐसे उद्योगों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों शिलान्यास और लोकार्पण भी हो चुका है. जिसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 20 हजार से अधिक रोजगारों का सृजन हुआ है. इसमें स्थानीय लोगों को बड़े स्तर पर महत्व भी दिया जा रहा है.
गीडा ने तोड़ा 5 साल पुराना रिकार्ड
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माहौल की बदौलत गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी की गीडा ने उद्योगों की स्थापना तेजी दिखाई है. ऐसे में गोरखपुर में 20 हजार से अधिक रोजगार का सृजन हुआ है. वहीं करीब 6 वर्ष पहले 2017 से लेकर 2022 में गीडा ने कुल 6 लाख 84 हजार वर्ग मीटर भूखंड उद्योगों के लिए आवंटित किया था. जबकि वर्ष 2023 में इसने 6 लाख 85 हजार वर्ग मीटर से अधिक भूखंड को आवंटित कर अपना ही 5 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. 30 नवंबर 2023 को गीडा अपने स्थापना दिवस पर यह आंकड़ा और भी बढ़ा सकता है. जिसके बड़े आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि शामिल होंगे. कुछ नए आवंटन के लिए गीडा निविदा भी निकालने जा रहा है.
तत्वा प्लास्टिक का उद्घाटन
17 सितंबर 2023 को 110 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित प्लास्टिक पाइप फैक्ट्री "तत्वा प्लास्टिक" का औपचारिक उद्घाटन हुआ था. यह गीडा सेक्टर 26 में स्थापित की गई है. इस दौरान सीएम योगी की मौजूदगी में 97 निवेशकों और उद्यमियों को 102 भूखंडों का आवंटन पत्र वितरित किया गया. इन 102 भूखंडों पर अलग-अलग यूनिट लगने से करीब 900 करोड़ रुपये का निवेश होगा. निवेश के धरातल पर उतरने से करीब 4500 लोगों को रोजगार मिल सकेगा.
दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद परियोजना
भूमि आवंटन के दो साल के भीतर 110 करोड़ रुपये के निवेश से "तत्वा प्लास्टिक" फैक्ट्री में उत्पादन शुरू हो चुका है. इससे प्रत्यक्ष और परोक्ष मिलाकर करीब 5000 लोगों को रोजगार मिला है. यहां 22 हजार वर्गमीटर में स्थापित इस यूनिट की उत्पादन क्षमता 32 हजार मीट्रिक टन प्रतिवर्ष है. वहीं, 16 अक्टूबर को सीएम योगी ने गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के सेक्टर 26 में 114 करोड़ रुपए से 20 हजार 67 वर्गमीटर में निर्मित विस्तृत दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद परियोजना का उद्घाटन किया था.
नवरोजगार के अवसर
इस डेयरी को 5 लाख लीटर दूध की आवश्यकता है. जिससे एक लाख परिवारों को अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ने का अवसर मिलेगा. साथ ही 300 लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर नौकरी भी मिल जाएगी.वहीं 1500 अन्य लोग संयंत्र के संचालन की व्यवस्था से जुड़ चुके हैं. गीडा में पिछले कुछ दिनों में निवेश की बहार आ गई है. गैलेंट, अंकुर टीएमएक्स, वरुण वेबरेज, पेप्सिको, केआन इंडस्ट्री और तत्वा प्लास्टिक जैसी कंपनियों के निवेश से गोरखपुर समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश में विकास की एक नई बहार आई है. इससे नवरोजगार के अवसर सृजित हुए हैं.