गोरखपुरः गोरखपुर जिला पुलिस ने अवैध असलहा सप्लायर्स गिरोह को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. यह गिरोह व्हाट्सएप के जरिए अवैध असलहों की तस्करी करता था. गिरोह के सदस्य खरीदारों को व्हाट्सएप पर असलहे की फोटो भेज दिया करते थे. जिस असलहे के लिए लाइक और कमेंट के रूप में डिलीवरी मिलती थी, उसे यह संबंधित खरीदार से मिलकर उपलब्ध करा देते थे. इस गिरोह का खुलासा करने में पुलिस को कामयाबी तब मिली है, जब वह एक गैस एजेंसी से हुए लूट के मामले में आरोपी की तलाश में जुटी थी. इसमें आरोपी भी पकड़ लिया गया और उसके साथ तीन अन्य साथी भी पकड़े गए, जो अवैध असलहे के कारोबार में लिप्त थे.
व्हाट्सएप पर लाइक, कमेंट के बाद होती थी अवैध असलहों की डिलीवरी, 4 तस्कर गिरफ्तार - गोरखपुर में अवैध असलहों का कारोबार
गोरखपुर में पुलिस ने व्हाट्सएप के जरिए अवैध असलहों की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफास किया है. पुलिस अवैध असलहा तस्करी करने वाले चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि पकड़े गये अभियुक्त तेज प्रताप साहनी द्वारा बताया गया कि वह अपने साथी रविन्द्र निषाद, कमलेश चौहान के साथ मिलकर अभियुक्त वीरू सिंह उर्फ हर्ष सिंह निवासी शेखपुरवा थाना चिलुआताल, से सम्पर्क कर अवैध असलहों को प्राप्त कर लोगों को बेचा करता था. जिसके क्रम मे 1 पिस्टल, कारतूस दीपक यादव, निवासी रघुनाथपुर टोला मिर्चाइन थाना गुलरिहा को, एक पिस्टल अनिरुद्ध निवासी पुत्र राधे निवासी थाना ठाकुरपुर को बेचे हैं. दीपक के पास से गिरफ्तारी के समय उक्त पिस्टल 32 बोर व 5 अदद कारतूस बरामद हुई है.
अभियुक्त अनिरुद्ध द्वारा क्रय की गयी पिस्टल से पूर्व में घटित की गयी लूट की घटना, शिव शक्ति गैस एजेन्सी के अनावरण के समय बरामद हुई थी. इस मामले में तेज प्रताप साहनी की गिरफ्तारी हुई है, जो महराजगंज का निवासी है और कई मामले इसके ऊपर दर्ज हैं. इसी प्रकार रविन्द्र निषाद, कमलेश चौहान, दीपक यादव को गिरफ्तार किया गया है. इस गिरफ्तारी को अंजाम देने में गुलरिहा थाना के संजय कुमार सिंह प्रभारी निरीक्षक, निरीक्षक मनोज कुमार पाण्डेय समेत छह कांस्टेबल शामिल थे. अभियुक्तों को विधिक कार्यवाही करते हुए न्यायालय भेजा गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.