गोरखपुरः गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के स्थापना दिवस पर आज गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, औद्योगिक विकास के नए अध्याय का शुभारंभ करेंगे. वह निजी क्षेत्र की 800 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे. 500 करोड़ रुपये के निवेश को नए भूखंडों का आवंटन पत्र सौंपेंगे. 150 करोड़ रुपये के अवस्थापना विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे और पहली बार आयोजित होने जा रहे चार दिवसीय गोरखपुर ट्रेड शो का उद्घाटन करेंगे.
इस अवसर पर सीएम योगी के समक्ष स्किल डेवलपमेंट सेंटर के लिए नाइलिट और प्लास्टिक पार्क की यूनिट्स को कच्चा माल उपलब्ध कराने के लिए गेल के साथ एमओयू का आदान-प्रदान होगा. सीएम गीडा की अति महत्वाकांक्षी कालेसर व्यावसायिक परियोजना को भी लांच करेंगे. इसके अलावा देश और स्थानीय क्षेत्र के प्रमुख उद्यमियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश में निवेश के फायदे बताकर उद्यम शुरू या विस्तार करने को प्रेरित करेंगे.
गीडा की स्थापना 34 वर्ष पहले 30 नवंबर 1989 को ही हो गई थी लेकिन औद्योगिक विकास को गति मार्च 2017 से, योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद मिली. वर्तमान में 33 सेक्टर में विकसित गीडा क्षेत्र में छह सौ से अधिक औद्योगिक इकाइयां उत्पादनरत हैं और इनके जरिये बीस हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है.
औद्योगिक इकाइयों के अलावा करीब दो दर्जन शिक्षण संस्थान भी गीडा क्षेत्र में सेवारत हैं. बीते साढ़े छह साल में माहौल बदला तो गीडा निवेशकों के लिए पसंदीदा स्थल बन गया है. फरवरी माह में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गोरखपुर को पौने दो लाख करोड़ रुपये के मिले निवेश प्रस्तावों के केंद्र में गीडा ही है. बीते एक साल में गीडा में 550 करोड़ रुपये के निवेश वाले अंकुर उद्योग के सरिया प्लांट का उद्घाटन, 1100 करोड़ रुपये के निवेश वाली पेप्सिको जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनी यूनिट का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों हो चुका है.
वह 118 करोड़ रुपये के निवेश वाली ज्ञान डेयरी की यूनिट, जल जीवन मिशन में सप्लाई देने वाली तत्वा प्लास्टिक की 110 करोड़ रुपये निवेश वाली पाइप फैक्ट्री का उद्घाटन करने के साथ 1200 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली केयान डिस्टलरी के एथेनॉल व डिस्टलरी प्लांट का भी शिलान्यास कर चुके हैं.
निवेश परियोजनाओं की सिलसिलेवार चर्चा करते हुए गीडा की सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) अनुज मलिक का कहना है कि बीते साढ़े छह साल में गीडा में करीब 12000 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं धरातल पर उतर चुकी हैं.