गोरखपुर: चुनावी प्रक्रिया सुधारने में जुटे निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव में आपराधिक इतिहास वाले प्रत्याशियों के सामने समस्या खड़ी कर दी है. इस बार चुनाव में प्रत्याशियों को अपने आपराधिक इतिहास के बारे में जनता को खुद बताना होगा. वह भी पूरी चुनावी प्रक्रिया के दौरान तीन बार. इसके लिए प्रत्याशियों को मीडिया का सहारा लेना होगा. अखबारों में पूरे आपराधिक इतिहास का विवरण छपवाना होगा.
पूर्व के चुनाव में प्रत्याशियों को नामांकन पत्र भरने के दौरान खुद पर दर्ज मुकदमों का उल्लेख करना पड़ता था, लेकिन इस बार प्रत्याशी को अपने खर्चे से समाचार पत्र और टीवी चैनलों में इस बात की जानकारी प्रकाशित करनी पड़ेगी. इसके बाद चुनाव के खर्चे का विवरण देते समय संबंधित अखबारों की कटिंग जिला निर्वाचन कार्यालय में जमा भी करनी होगी. प्रत्याशियों को नामांकन के दौरान प्रारूप 26 में अपने विरुद्ध लंबित आपराधिक मामलों को दर्शाना होगा.