गोरखपुरः कोरोना अब भले ही जानलेवा न हो लेकिन उसके संक्रमण का सिलसिला अभी थमा नहीं है. इसी क्रम में गोरखुपर में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में लगातार वृद्धि हो रही है. इसकी चपेट में डॉक्टर और नर्स के साथ आम लोग भी आ रहे हैं. जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि इन आंकड़ों के आने के पीछे निश्चित रूप से सजगता और जांच दोनों महत्वपूर्ण विषय हैं. क्योंकि सामाजिक सुरक्षा के लिए जो भी मरीज अस्पताल आ रहे हैं, उन मरीजों और परिजनों का टेस्ट कराया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन से आने वाले यात्री भी जांच के दायरे में हैं. यही नहीं ऑटो रिक्शा चालकों की भी जांच की जा रही है. जिससे कोरोना के आंकड़े सामने आ रहे हैं. लेकिन संतोष इसी बात का है कि लोग पॉजिटिव तो पाए जा रहे हैं. लेकिन न तो वह गंभीर रोग के शिकार हो रहे हैं और न ही कैजुअलिटी का कोई मामला आ रहा है. हालांकि उन्होंने कहा है कि गंभीर रोगों से पीड़ित लोग, छोटी उम्र के बच्चे, भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क का प्रयोग जरूर करें.
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सीएमओ ने इस बात पर चिंता जाहिर की है कि उनका जिला 12 से 14 वर्ष के बच्चों को अभी तक पूर्ण टीकाकरण नहीं कर पाया है. लक्ष्य का मात्र 76% ही टीकाकरण इन बच्चों का हो पाया है. हालांकि अब स्कूल खुल गए हैं. स्कूलों में बड़े कैंप लगाकर इन बच्चों को भी सुरक्षित घेरे में लाया जाएगा. जिससे वह कोरोना की चपेट में न आ सके. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के डोज को लोग कंप्लीट करें. मन में कोई भ्रम न रखें. क्योंकि आज वैक्सीनेशन की ही देन है कि कोरोना की चपेट में लोग आ तो रहे हैं लेकिन यह जानलेवा नहीं होने पा रहा.