गोरखपुरःजिले में स्थित गोरखनाथ मंदिर में सोमवार आयोजित जनता दर्शन का आयोजन किया गया. इस दौरान कुछ युवा देश सेवा के लिए बनी अग्निपथ योजना को लेकर अपनी जिज्ञासाओं को लेकर सीएम योगी से मिलने पहुंचे. सीएम योगी ने युवाओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि जीवन तो सभी जीते हैं, लेकिन उसका जीवन सर्वाधिक सम्मानीय हो जाता है. जिसे प्रत्यक्ष रूप से राष्ट्र की सुरक्षा में रत होकर सेवा का अवसर मिलता है. मां भारती की सेवा करने का सौभाग्य विरलों को मिलता है. आप सभी अग्निवीर बनकर उन विरलों में शामिल हो सकते हैं.
सीएम योगी ने कहा कि अग्निपथ वह पथ है. जहां पहुंचकर आपको सुनहरे भविष्य के अवसरों के अनेकानेक मार्ग नजर आएंगे. युवावस्था की ही दहलीज पर चार साल मान, सम्मान, स्वाभिमान व आर्थिक स्वावलंबन के साथ पूरी जाबांजी से देश की सेवा, इसके बाद सेना-अर्द्धसैनिक बलों, नागरिक पुलिस समेत केंद्र व राज्य सरकार के अनेकानेक विभागों में सेवायोजन और करीब 12 लाख रुपये की अपनी बचत पूंजी व सरकार के अनुदानित ऋण से स्वरोजगार के व्यापक अवसर, यह सब आप और आप जैसे युवाओं के लिए ही तो हैं.
मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि सिर्फ केंद्र की मोदी सरकार का विरोध करने वाले राजनीतिक दल ही इस अति महत्वपूर्ण और अवसरप्रदायी योजना का तथ्यहीन और तर्कहीन प्रलाप कर देश के नौजवानों को बरगला रहे हैं. देश की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाले सेना के वर्तमान और पूर्व सैनिक-अधिकारी इसे अभूतपूर्व कदम मान रहे हैं. सीएम योगी ने युवाओं को बताया कि यह कहना कि अग्निवीरों को भविष्य असुरक्षित रहेगा, वह चार साल की सेवा के बाद किसी काम लायक नहीं रह जाएंगे, समाज के लिए खतरा बन जाएंगे, यह क्षुद्र विचार हैं. उन्होंने कहा कि यूएसए, यूनाइटेड किंगडम, रूस, इजराइल, चीन व फ्रांस जैसे देशों में भी युवा इस तरह की योजना से जुड़कर देश सेवा और उज्ज्वल भविष्य से गौरवानुभूति कर रहे हैं. अग्निपथ ऐसी योजना है जो युवाओं को चार साल सेना की सेवा के साथ ही समाज को अनुशासित और प्रशिक्षित नागरिक उपलब्ध कराएगी.
पढ़ेंः अग्निपथ के विरोध में भारत बंद, यूपी में दोपहर तक शांति, ट्रेनें कैंसल होने से यात्री परेशान
सीएम योगी ने युवाओं की भ्रांतियों को दूर करते हुए कहा कि सरकार अग्निवीरों को प्रतिमाह तीस से चालीस हजार रुपये वेतन देने के साथ ही बीमा, जोखिम भत्ता, कैंटीन के साथ अन्य सुविधाएं भी देगी. उन्होंने कहा कि प्रभु न करें कि किसी अग्निवीर के साथ अनहोनी हो लेकिन किन्हीं परिस्थितियों में ऐसा हुआ तो शहीद होने पर सरकार उनके परिजन को एक करोड़ रुपये और बचे हुए सेवाकाल का पूर्ण वेतन भुगतान करेगी. दिव्यांगता होने को दशा में शेष सेवावधि का पूर्ण वेतन भुगतान के अलावा 44 लाख रुपये तक दिव्यांगता क्षतिपूर्ति दी जाएगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सेवा पूर्ण करने के बाद अग्निवीरों के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा कम्बाइंड आर्म्ड पुलिस फोर्सेज तथा असम राइफल्स में 10 प्रतिशत रिक्तियों के साथ आयु सीमा में भी छूट दी जाएगी.