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सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में गुरुओं का लिया आशीर्वाद, बोले- जिसने सुनी रामकथा, दूर हो गई उनकी व्यथा

सीएम योगी ने बुधवार को गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर अपने गुरुओं का आशीर्वाद लिया. उसके बाद उन्होंने महंत अवेद्यनाथ और महंत दिग्विजय नाथ की पुण्यतिथि समारोह में हिस्सा लिया. इस अवसर पर उन्होंने रामकथा का महत्व समझाया.

सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में की पूजा अर्चना
सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में की पूजा अर्चना

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Published : Sep 7, 2022, 5:44 PM IST

Updated : Sep 7, 2022, 7:19 PM IST

गोरखपुर:सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ बुधवार को गोरखपुर में थे, इस मौके पर उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में आयोजित महंत अवेद्यनाथ और महंत दिग्विजय नाथ पुण्यतिथि समारोह में हिस्सा लिया. सीएम योगी ने पूजा अर्चना करने के बाद कार्यक्रम में शामिल श्रद्धालुओं को संबोधित किया. सीएम ने कहा कि मानव जीवन में रामकथा का बड़ा ही महत्व है. भगवान राम का जीवन और उनका मर्यादित आचरण भी लोगों को धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है.

योगी ने कहा कि इसीलिए कहा जाता है कि 'जिसने सुनी राम कथा, दूर हो गई उसकी व्यथा'. बता दें कि गोरखनाथ मंदिर में साप्ताहिक समारोह का आयोजन किया जाता जा रहा है. साप्ताहिक समारोह की शुरुआत 7 सितंबर से श्रीराम कथा से हुई. रामकथा सुनाने के लिए अयोध्या से संत श्रीधराचार्य जी (Sant Sridharacharya) महाराज पधारे हैं. संत श्रीधराचार्य की उपस्थिति में सीएम ने लोगों को रामकथा के महत्व समझाया और श्रीराम के चरित्र का बखान किया. यह समारोह ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ (Brahmalin Mahant Digvijaynath) की 53वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 8वीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित किया जा रहा है.

सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में की पूजा अर्चना

कार्यक्रम में समाज और राष्ट्र को प्रभावित करने वाले कई ज्वलंत मुद्दों पर चिंतन-मंथन का अवसर भी लोगों को प्राप्त होगा. इस पुण्यतिथि सप्ताह समारोह का उद्घाटन समारोह को मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने किया है. सप्ताह समारोह के मौके पर सीएम योगी ने श्रीराम के चरित्र का बखान किया. उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन चरित्र पूरे देशवासियों को प्रेरणा देता है. यह विषम परिस्थितियों में आगे बढ़ने का बल देता है. उन्होंने कहा राम ही सब कुछ हैं.

महापुरुषों ने धर्म के जो लक्षण बताएं हैं, वह सब मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम में दिखाई देते हैं. योगी ने कहा कि हम सब का सौभाग्य है कि हम रामकथा का श्रवण कर रहे हैं. वर्तमान पीढ़ी के लिए तो यह बड़े ही सौभाग्य का विषय है कि उनकी आंखों के सामने भगवान राम की जन्म नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. जिसको मूर्त रूप लेता देखने के लिए कई पीढ़ियां चली गईं और 500 वर्ष भी बीत गया.

सीएम ने कहा कि भगवान राम का चरित्र और अयोध्या में बन रहा उनका मंदिर विरासत के प्रति सम्मान का भाव जगाता है. यह हमें कृतज्ञता ज्ञापित करने का भी अवसर देता है. पुण्यतिथि समारोह गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर रहे पूज्य गुरुओं को याद करने का विषय जरूर है लेकिन, इसके माध्यम से राम कथा श्रवण करने का जो सौभाग्य प्राप्त होता है वह बड़ा ही अद्भुत क्षण है. सीएम योगी ने गोरखपुर पहुंचकर पहले गोरखनाथ बाबा के दर्शन किए और अपने गुरुओं की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धासुमन भेंट किया.

ईको टूरिज्म को लेकर गंभीर है सरकार, गठित हो रहा ईको टूरिज्म बोर्ड
दो दिन के दौरे गोरखपुर आए सीएम योगी ने गोरखपुर वन प्रभाग के कुसम्ही जंगल में ईको टूरिज्म सेंटर बनाए जाने की प्रस्तावित योजना का पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन देखा. सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि ऐसी योजनाओं के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने की जरूरत है. इसके लिए पयर्टकों को आकर्षित करने में सफलता मिलेगी. वन एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी लोगों को रुझान बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों कैबिनेट में 'उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म बोर्ड' के गठन को मंजूरी दी गई है. ऐसे प्रस्तावों पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाएगा.

गोरखपुर वन प्रभाग के प्रभागीय वन अधिकारी विकास यादव ने बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान उन्होंने लैपटॉप पर सीएम योगी को कुसम्ही जंगल के तिनकोनिया रेंज में प्रस्तावित इको टूरिज्म सेंटर निर्माण का प्रस्ताव दिखाया. उन्होंने बताया कि विनोद वन और उसके आसपास के एरिया में पयर्टकों को नेचर कैम्पिंग, बर्ड वॉचिंग एवं वॉच टॉवर, एडवेंचर एक्टिविटी, आरोग्य इको टूरिज्म सेंटर, नेचर इंटरपटेशन सेंटर, नेचर ट्रेल एवं हाथी, घोड़ा, ऊंट और खुली जीप से सैर की सुविधा उपलब्ध कराएंगे। इन सुविधाओं के बदले में पयर्टकों को कुछ शुल्क चुकाना होगा.

प्रभागीय वन अधिकारी विकास यादव ने सीएम को बताया कि नेचर कैम्पिंग के अंतर्गत प्लेटफॉर्म एवं टायलेट की सुविधा से युक्त स्विस टेंट पयर्टकों को मिलेंगे. इसके अंतर्गत ट्री हाउस, सोलर लाइट, किचन और पेयजल की भी सुविधा मिलेगी. बर्ड वॉचिंग के लिए माता चौरा मंदिर और बुढ़िया माता मंदिर के पास वॉच टॉवर बनेंगे. बांस के निर्मित टिकट शॉप भी निर्मित किए जाएंगे. यहां से कैमरा, दूरबीन, रेंज फाइंडर और कम्पास किराए पर उपलब्ध होंगे. पयर्टकों को मनोरंज के साथ उन्हें सुरक्षित एडवेंटर स्पोर्ट्स की सुविधा मिलेगी. यहां बर्मा ब्रिज, कॉम्बिंग, रोप-वे क्रॉसिंग सरीखे रोमांचक गतिविधियों के साथ आरोग्य ईको टूरिज्म सेंटर में प्रशिक्षित योग शिक्षक योगा कॉटेज में योगाभ्यास कराएंगे. इसके अलावा नेचर इंटरपटेशन सेंटर निर्मित किया जाएगा. साथ ही दो रूट पर नेचर ट्रेल की सुविधा मिलेगी, जहां साइकिल या पैदल सुरक्षा उपकरणों के साथ पयर्टक 3 किलोमीटर और 6 किलोमीटर लंबे रूट पर नेचर ट्रेल कर सकेंगे. इसके अलावा इन रुट पर हाथी, घोड़ा, ऊंट की सवारी और खुली जीप में भी इन रुट पर सैर का आनंद उठाने का मौका मिलेगा. प्रेजेंटेशन के दौरान कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम कृष्णा करुणेश, मुख्य विकास अधिकारी संजय मीना मौजूद रहे.

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Last Updated : Sep 7, 2022, 7:19 PM IST

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