गोरखपुर: गृह जनपद गोरखपुर में गुरुवार को सीएम योगी ने कहा कि टेक्नोलॉजी के सकारात्मक प्रयोग से सफलता के कई नए आयाम गढ़े जा सकते हैं. वहीं इसका नकारात्मक उपयोग व्यक्ति को नुकसान भी पहुंचा सकता है. इसलिए टेक्नोलॉजी का हमेशा सकारात्मक प्रयोग ही करना चाहिए. कोरोना काल का उदारहरण देते हुए सीएम ने कहा कि इस संकट की घड़ी में टेक्नोलॉजी बहुत बड़ी सहारा बनी. बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा देने से लेकर वैक्सीन तैयार करने तक में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम दिखाई दे रहे हैं. सीएम योगी जिले में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के स्थापना दिवस कार्यक्रम के समापन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. इस दौरान मंच पर यूपी विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहें.
कार्यक्रम को संबोधित करते सीएम योगी. सीएम ने दिए कई सकारात्मक संदेश
सीएम योगी ने इस दौरान विद्यार्थियों और शिक्षकों को कई सकारात्मक संदेश दिए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने, जो नई शिक्षा नीति बनाई है. उसको लागू करने के लिए सभी शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों और शिक्षकों को आगे आना चाहिए. इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ विद्यार्थी उठा सकें. इसका प्रयास शिक्षकों को करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि आज का भारत दुनिया के लिए अनुकरणीय बना हुआ है. करीब 6 साल पहले की बात करें, तो भारत दुनिया के तमाम देशों की ओर शिक्षा, टेक्नोलॉजी जैसे मामलों में टकटकी लगाए देखता था. वहीं आज पूरी दुनिया की नजर भारत के विकास, टेक्नोलॉजी और उसके शोध पर लगी हुई है.
कोरोना समय में इतना बड़ा आयोजन करना चुनौती
सीएम योगी ने कहा कि कोरोन के समय में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सामने इस तरह के आयोजन को करना एक बड़ी चुनौती थी. यह सब संस्थाओं के बीच आपसी समन्वय से संपन्न हो पाया, जिसमें 600 विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफलता के कीर्तिमान बनाए. उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने पाप और पुण्य शब्द को जोड़ कर रखा है. हम अच्छा करेंगे तो अच्छे कहे जाएंगे लेकिन जब बुरा करेंगे तो पाप के भागीदार बनेंगे.
महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ऐसे ही पूर्वजों के बताए रास्ते पर चलते हुए शिक्षा के क्षेत्र में एक कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. आने वाला इसका शताब्दी वर्ष इसके लिए और भी बड़ी चुनौती और आत्म विश्लेषण का कारण बनेगा. योगी इसके बाद पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य को देखने चले गए. ससंद के नए भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में भी वह ऑनलाइन शामिल हुए.