गोण्डा: जिला अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही व संवेदनहीनता के चलते बुजुर्ग महिला की आंख की रोशनी चली गई. महिला का आरोप है कि डॉक्टर ने इलाज के दौरान महिला को नेत्रहीन बना दिया. पीड़ित महिला व परिजनों का आरोप है कि नेत्र सर्जन डॉक्टर संजय शर्मा ने आंख का ऑपरेशन किया. उसके लिए 5 हजार रुपये लिया था. एक सप्ताह के बाद जब पट्टी खुलवाने के लिए दोबारा अस्पताल गई और पट्टी खोली गई तो महिला के आंख की रोशनी ही नहीं रही.
पीड़ित महिला की जिंदगी में हमेशा के लिए अंधेरा हो गया. पीड़िता ने डॉक्टर की करतूत व लापरवाही की शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मधु गैरोला से की और न्याय की गुहार लगाई. वहीं डॉ. मथु का कहना है कि पीड़ित परिवार ने शिकायत की है. इसकी जांच की जा रही है.