गोंडाः जिला महिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एपी मिश्र द्वारा अस्पताल को साफ-सुथरा रखने के लिए पहल की गई है. सीएमएस ने सोमवार को सबसे पहले अस्पताल परिसर में कर्मचारियों और हॉस्पिटल में मौजूद लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई. उसके बाद भी हॉस्पिटल परिसर में गंदगी फैला रहे लोगों के ऊपर जुर्माना लगाकर शर्म प्रमाण पत्र दिया.
गंदगी करना अब होगा मुश्किल. सभी के सामने देते हैं 'शर्म प्रमाण पत्र'
पान-मसाला खाकर थूकने वाले 10 लोगों को सीएमएस द्वारा पकड़ा गया तथा उन्हें लोगों के बीच ही शर्म प्रमाण पत्र दिया गया. हर पकड़े गए व्यक्ति पर उन्होंने 200 रूपये का जुर्माना लगाया और उसकी रसीद दी. सीएमएस की पहल ने साफ कर दिया कि हॉस्पिटल का कर्मचारी हो या फिर आम आदमी. हर गंदगी फैलाने वाले को शर्म प्रमाण पत्र के साथ जुर्माना भरना पड़ेगा.
एम्बुलेंस चालक को पहला 'शर्म प्रमाण पत्र'
सीएमएस एपी. मिश्र ने बताया कि अस्पताल में थूकते हुए एक 102 एम्बुलेंस का वाहन चालक भी पकड़ा गया, जिससे 200 रूपये जुर्माना वसूल किया गया. अस्पताल परिसर में गन्दगी फैलाते पकड़े गए 10 लोगों में 08 लोगों ने जुर्माने की रकम अदा की तथा दो लोग ऐसे भी थे, जिनके पास पैसे नहीं थे. दोबारा अस्पताल में गंदगी न फैलाने तथा क्षमा याचना करने पर उन्हें शर्म प्रमाण पत्र देकर छोड़ा गया.
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सीएमएस की जनता से अपील
सीएमएस ने सबसे पहले अस्पताल के कर्मचारियों पर दण्ड लगाना शुरू किया है. उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि गंदगी फैलाने वाले हर व्यक्ति पर जुर्माना लगेगा. इसमें तामीरदार हो या अस्पतालकर्मी. इस पहल की कई लोगों ने काफी तारीफ की है. उन्होंने अपील की है कि अस्पताल सभी का है, उसे साफ-सुथरा रखने में अस्पताल प्रशासन की मदद करें.