गोंडा:मुख्यालय के विनियमित क्षेत्र की ग्राम पंचायत जानकीनगर जहां करीब 24 घरों के सैकड़ों परिवार मौत के साए में रह रहे हैं. अब तक विद्युत लाइन की चपेट में आने से बीते 2 वर्षों में करीब 6 मजदूर झुलस चुके हैं.
33000 केवी की विद्युत लाइन बनी मौत का साया
30 वर्ष पूर्व डीजल डिपो के लिए 33000 केवी की विद्युत लाइन इस विनियमित क्षेत्र में बनाई गई थी. उस समय यह क्षेत्र खाली था, लेकिन समय के साथ आबादी बढ़ी तो यहां पूरा नगर बस गया. अब करीब दो दर्जन घरों के ऊपर से एचटी तारों के कारण सैकड़ों जिंदगियां मौत के साये में रहने को मजबूर हैं. इस मामले पर अधिशासी अभियंता ने कहा कि विभाग इन परिवारों को नोटिस भेज रहा है कि बिना विद्युत विभाग के एनओसी के यह घर इन्होंने कैसे बनवाया. इसके अलावा विद्युत तारों को अंडरग्राउंड करने का प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया है.
एचटी लाइन मकान की छत से कुछ ही ऊपर से गुजरती है
जिला मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर ही विद्युत विभाग द्वारा विगत करीब 30 वर्ष पूर्व डीजल डिपो के लिए 33000 केबी की विद्युत लाइन विनियमित क्षेत्र की ग्राम पंचायत जानकीनगर से बनाई गई थी. विभाग ने जब इन लाइनों का निर्माण किया था, उस समय यह क्षेत्र खाली पड़ा था. जब आबादी बढ़ी तो जलाली बाबा शाह मजार के दक्षिणी सिरे पर सड़क के उस पार एक पूरा नगर बस गया. यह नगर जानकी नगर ग्राम पंचायत में आने के साथ-साथ नगर पालिका के विनियमित क्षेत्र का हिस्सा भी है. हालत यह है की 33000 हाईटेंशन लाइन के नीचे लोगों ने अपने दो मंजिल, तीन मंजिल मकान बनवा लिए, अब करीब दो दर्जन घरों के ऊपर से एचटी लाइनों का तार छत से महज 2 मीटर ऊपर से गुजरता है.