गोण्डा: स्वास्थ्य विभाग ने क्षयरोग को जड़ से समाप्त करने के लिए 'कट द चेन' नाम की वृहद कार्ययोजना तैयार की है. इस प्लान के तहत विभाग की ओर से जिले भर में 900 ऐसे बच्चों को चिन्हित किया गया है, जिनमें कुपोषण और टीवी के लक्षण पाए गए हैं. स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से बच्चों को कुपोषण और क्षयरोग से मुक्ति दिलाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
टीबी से मक्ति दिलाने के लिए चलाया गया अभियान
जिला क्षयरोग अनुभाग की ओर से चलाए गए पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम में करीब 5 लाख मरीजों को चिह्नित किया गया है और क्षयरोग खोज अभियान के तहत 5 वर्ष से 16 वर्ष से कम आयु तक के 900 नए मरीजों को चिह्नित किया गया है. साथ ही अगर टीबी के कुल मरीजों की बात करें तो इस वर्ष 4725 मरीज मिले हैं. वहीं टीबी की बीमारी से 118 मरीजों की मौत भी हो चुकी है.
कुपोषित बच्चों का घर पर ही होगा इलाज
बच्चों में कुपोषण और क्षयरोग से मुक्ति दिलाने के लिए उनका घर पर ही इलाज किया जाएगा. इस अभियान को सफल बनाने के लिए बाल विकास पुष्टाहार विभाग, आपूर्ति विभाग के अलावा स्वयंसेवी संस्थाओं को भी सम्मिलित किया गया है. स्वास्थ्य विभाग इलाज कराने के साथ-साथ कुपोषित और क्षयरोग की बीमारी से ग्रसित बच्चों को पौष्टिक आहार, खाना खाने के लिए राशन भी उपलब्ध करायेगा.