गोंडाः जिले के धानेपुर ब्लाक के पंडितपुरवा में परम्परागत खेती से एक किसान लोगों को निरोग बना रहा है. परमानंद पाण्डेय जो एक बीघा खेत के मालिक हैं, ने पूर्वजों की परम्परा को अपनाते हुए देशी तरीके से खेती कर रहे हैं. एक साथ खेत में कई तरह की सब्जियां उगा कर गांव के लिए मिसाल कायम कर रहें हैं.
गोंडा: पराम्परागत खेती से जिले को निरोग बनाने की सीख दे रहा ये किसान
यूपी के गोंडा में बीमारियों से निजात पाने के लिए छोटे किसानों ने भी अपने पूर्वजों द्वारा की गयी खेती की तरफ बढ़ रहे हैं. जिले के एक छोटे किसान ने अपने खेत में देशी खाद से सब्जियां और मक्का उगाना शुरू किया है.
देशी खाद के प्रयोग से खेती करते किसान परमानंद पाण्डेय.
एक बीघे खेत में देशी तरीके से करते हैं खेतीः
- बुजुर्ग किसान अपने खेत में डालते हैं देशी खाद.
- एक साथ मक्का, लोबिया, लौकी, कद्दू, खीरा, भिंडी, बैगन समेत अन्य सब्जी उगा रहे हैं.
- साथ गांव के लोगों को देशी खाद से खेती के फायदे बता कर जागरूक कर रहे हैं.
- उनका कहना कि, रासायनिक खाद से उपज तो बढ़ी लेकिन, ढ़ेर सारी बीमारियां भी लई.
- इनकी मांग है कि, मोदी, योगी सरकार देशी खाद से ही खेती करवाए.
- साथ ही रासायनिक खादों का प्रयोग कम से कम होना चाहिए.
पहले हमारे पूर्वज देशी खाद से खेती करते थे. कोई बीमारी नहीं होती थी, तो हमने भी सोचा कि बीमारियां बढ़ गयी है. तो हमने भी देशी खाद का प्रयोग करना शूरू कर दिया. गोबर की खाद का प्रयोग हम अपने खेत में करते हैं, रासायनिक खाद का प्रयोग कम और नहीं करते हैं.
-परमानंद पाण्डेय, किसान