गाजियाबाद: गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके में लगी मोमबत्ती फैक्ट्री में आग के मामले में मोदीनगर के थाना इंचार्ज देव पाल पुंडीर को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है. मामले में थाना इंचार्ज की गंभीर लापरवाही पाई गई है.
गाजियाबाद: बारूद के ढेर पर थी मोमबत्ती फैक्ट्री, थाना इंचार्ज निलंबित
गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके में लगी मोमबत्ती फैक्ट्री में आग के मामले में मोदीनगर के थाना इंचार्ज देव पाल पुंडीर को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में थाना इंचार्ज की गंभीर लापरवाही पाई गई है.
बता दें, मोमबत्ती फैक्ट्री में लगी आग में 8 मजदूरों की मौत हो गई थी, जिसमें स्थानीय चौकी इंचार्ज को घटना के दिन ही निलंबित कर दिया गया था. जांच में पाया गया कि मोदीनगर के थाना इंचार्ज की लापरवाही की वजह से फैक्ट्री में अवैध रूप से आपत्तिजनक सामान पहुंचा, जिससे हादसा हो गया. निवाड़ी थाना इंचार्ज जयकरण सिंह को मोदीनगर थाने का चार्ज दिया गया है.
कहां से आया भारी मात्रा में गंधक पोटाश
मोमबत्ती बनाने में गंधक पोटाश का इस्तेमाल किया जा रहा था, जो बारूद जैसा होता है और इसमें जल्दी आग लग जाती है. भारी मात्रा में गंधक पोटाश फैक्ट्री में कैसे पहुंचा, इस बात की जांच बहुत जरूरी है. नेशनल ह्यूमन राइट्स कमिशन ने भी सरकार से इस मामले में जवाब मांगा है कि 8 मजदूरों की मौत का जिम्मेदार कौन है. स्थानीय स्तर पर मामले की न्यायिक जांच की जा रही है.
मरने वालों में 3 बच्चे भी शामिल
मरने वाले 8 लोगों में से 3 बच्चे भी शामिल हैं. सवाल यह है कि फैक्ट्री में बच्चों से मजदूरी कराई जाती रही और पुलिस को कानों-कान भनक तक नहीं लगी. लॉकडाउन में फैक्ट्रियां चलाने को लेकर काफी सख्ती थी, लेकिन एक अवैध फैक्ट्री बारूद के ढेर पर चलती रही. पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इन सवालों के अभी उत्तर आने बाकी है, जो जांच के बाद क्लीयर हो जाएंगे.