नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में तेजी से बढ़ रही आबादी और ट्रैफिक की वजह से जाम की समस्या से जूझ रहे ग्रेटर नोएडावासियों को निजात दिलाने के लिए प्राधिकरण ने कमर कस ली है. प्राधिकरण दफ्तर में हुई बैठक में मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण, एसीईओ केके गुप्ता, प्राधिकरण के जीएम परियोजना, सीनियर मैनेजर और राइट्स संस्था के प्रतिनिधि मौजूद थे.
बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था से मिलेगी निजात. राइट्स को कंसलटेंट नियुक्त किया गया
बैठक में मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने भारत सरकार की संस्था राइट्स को कंसलटेंट नियुक्त किया है. राइट्स अगले 20 वर्ष के लिए मास्टर प्लान फॉर ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्ट सिस्टम तैयार करेगा. इस बाबत राइट्स की ओर से एक प्रजेंटेशन भी दिया गया.
'निवेशकों की पसंदीदा जगह है ग्रेटर नोएडा'
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ दीपचंद ने बताया कि मौजूदा समय में शहर में 8 लाख लोग निवास कर रहे हैं. एसीईओ ने बताया कि मौजूदा समय में परी चौक, किसान चौक (गौड़ चौक) ग्रेटर नोएडा वेस्ट महत्वपूर्ण स्थानों में शुमार है.
यहां से गुजरने वाले वाहनों की संख्या बेहद अधिक हो जाती है, जिससे वाहन चालकों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है. इससे ईंधन की अधिक खपत के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान होता है. इन समस्याओं से निजात पाने के लिए ही राइट्स को ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट कंसलटेंट नियुक्त किया गया है. बता दें कि ग्रेटर नोएडा क्षेत्र उद्यमियों, निवेशकों की पसंदीदा जगह के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है. आने वाले10 वर्षों में पूंजी निवेश, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों की स्थापना और क्षेत्र में निवासियों की संख्या के मद्देनजर क्षेत्र में निवासियों की संख्या जो इस समय आठ लाख है, इसके 25 लाख होने का अनुमान हैं.