फिरोजाबाद: अंडे की आपूर्ति के मामले फिरोजाबाद जनपद आत्मनिर्भर बनता जा रहा है. यहां प्रतिदिन एक लाख अंडों की खपत है. इस समय जिले में प्रतिदिन करीब 50 हजार अंडों का उत्पादन किया जा रहा है. सरकार की कुक्कुट पालन नीति के तहत जिले में अंडा उत्पादन के तीन नए प्लांट लगाए गए हैं, जिस कारण जिले को काफी हद तक बाहर के अंडे पर निर्भर नहीं रहना पर पढ़ रहा है.
जानकारी देते मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी. बता दें कि प्रदेश में प्रतिदिन करीब एक करोड़ अंडे की खपत है. अगर फिरोजाबाद जिले की बात करें तो यहां पर एक लाख अंडे की प्रतिदिन खपत है. अभी तक जिले में अंडे की सप्लाई दक्षिण भारत से होती थी, जिनमें आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र के अलावा हरियाणा भी शामिल है. वहीं जबसे प्रदेश में 'कुक्कुट विकास नीति' लागू की गई है तब से धीरे-धीरे फिरोजाबाद जिला अंडा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनता जा रहा है.
सरकारी जानकारी के मुताबिक जिले में तीन बड़े-बड़े पोल्ट्री फार्म हैं, जिनमें प्रतिदिन करीब 50 हजार अंडे का उत्पादन होता है. सबसे बड़ा पोल्ट्री फार्म शिकोहाबाद में है, जहां पर 25 हजार अंडे का प्रतिदिन उत्पादन होता है. इसी तरह अन्य दो स्थानों पर भी 12-12 हजार अंडे का प्रतिदिन उत्पादन होता है. लोगों का रुझान भी मुर्गी पालन की तरफ बढ़ रहा है. इसकी वजह बढ़ता मुनाफा और सरकार से ब्याज में मिलने वाली रियायत है.
जिले के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभंजन शुक्ला के मुताबिक मुर्गी पालन का बड़ा प्लांट लगाने के लिए अगर कोई लोन लेना चाहता है तो उस पर 10 फीसदी ब्याज में छूट मिलती है. उन्होंने बताया कि एक अंडे की अनुमानित लागत करीब ढाई रुपये होती है. यही अंडा पांच रुपये में बिक जाता है. इस तरह यह कारोबार न केवल लोगों को रोजगार दे रहा है बल्कि अंडे के मामले में उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर भी बना रहा है.