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कोविड टीकाकरण में फर्जीवाड़ा, बिना वैक्सीनेशन के बांटे जा रहे थे सर्टिफिकेट, गिरफ्तार - covid certificates were being distributed without vaccination

फिरोजाबाद जिले में कोविड वैक्सीनेशन के नाम पर फर्जी सर्टिफिकेट बांटने का मामला सामने आया है. मामले की जानकारी से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में आरोपी जनसेवा केंद्र के संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया.

फर्जी कोविड वैक्सीनेशन.
फर्जी कोविड वैक्सीनेशन.

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Published : Nov 18, 2021, 12:16 PM IST

फिरोजाबाद:यूपी के फिरोजाबाद जिले में कोविड वैक्सीनेशन के नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आया है. जहां जनसेवा केंद्र का संचालक बिना वैक्सीनेशन के ही लोगों को सर्टिफिकेट दे रहा था और उसके बदले 200-200 रुपये वसूल रहा था. मामले की जानकारी से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में आरोपी जनसेवा केंद्र के संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.

रामगढ थाना क्षेत्र में मुवीन पुत्र कमरुद्दीन एक जनसेवा केंद्र संचालित कर रहा था. स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मानें तो मुवीन ने किसी एएनएम की आईडी को हैक कर लिया और कोविड वैक्सीनेशन के ई-पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद टीकाकरण का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया और सर्टिफिकेट भी जारी करने लगा. इधर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को जब जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया. सीएमओ के निर्देश पर इस बात की जानकारी जुटाई गई कि इस फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड कौन है.

जानकारी देते सीएमओ.

जानकारी मिलने पर सैलई इलाके के मैडिकल ऑफिसर द्वारा थाना रामगढ़ में जनसेवा केंद्र संचालक मुवीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया. सीएमओ डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी का कहना कि विभाग की इसमें कोई भूमिका नहीं है फिर भी मामले की जांच कराई जा रही है.

दरअसल, कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की जरूरत कई कामों में पड़ती है. भारत से किसी दूसरे देश में जाने के लिए भी इस प्रमाणपत्र की जरूरत रहती है. इसके अलावा हवाई यात्रा के लिए भी कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है. इसके बावजूद तमाम लोग वैक्सीनेशन से घबराकर टीका नहीं लगवाते हैं और फर्जी तरीके से सर्टिफिकेट खरीदते हैं.

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