फतेहपुरः विद्यालय यूं तो शिक्षा का मंदिर होते है, लेकिन फतेहपुर जिले के एक सरकारी विद्यालय में कोरोना काल में पढ़ाई तो नहीं हुई. इस वजह से विद्यालय में गांजे के पौधे उग आए. शहर के आबूनगर इलाके में स्थित गवर्नमेंट इंटर कॉलेज में गांजे के पौधों को अभी तक उखाड़ा नहीं गया है.
शहर के आबूनगर इलाके में स्थित राजकीय विद्यालय में इंटर तक पढ़ने वाले बच्चों को तो शिक्षा दी ही जाती है. साथ ही इसी विद्यालय परिसर केंद्रीय विद्यालय भी बनकर तैयार हो गया है. इतना ही नहीं इसी विद्यालय की बाउंड्री से लगा हुआ जिला विद्यालय निरीक्षक का दफ्तर भी है. उसके बावजूद स्कूल की चहारदीवारी के भीतर गांजे की पौधे उग आए हैं.
उसकी तरफ किसी का ध्यान नहीं गया विद्यालय के जिम्मेदार सरकारी अफसर और स्कूल के प्रधानाचार्य सरकार के खजाने से मोटी तनख्वाह तो उठाते रहे, लेकिन उनके ही विद्यालय में गांजे की फसल लहलहा रही और इस तरफ उनका ध्यान नहीं गया.
विद्यालय में उगी गांजे की फसल के बारे में मीडिया कर्मियों द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक से पूंछे जाने के बाद उन्होंने बताया कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. इतना ही नहीं इस दौरान वे स्कूल के प्रिंसिपल का बचाव करते दिखाई दिए. उनका कहना था कि विद्यालय के प्रधानाचार्य बहुत कर्मठ व्यक्ति हैं. हो सकता है कि वे गांजे के पौधे को न पहचान पाए हो जिसके चलते स्कूल में गांजे की पौध उग आई होगी. जिसे तत्काल हटवाया जाएगा.
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