फतेहपुर: जिले में होटल एवं ढाबों में काम करने वाले बाल श्रमिकों को मुक्त करवाकर शिक्षा से जोड़ने की पहल की जा रही है. इसके लिए प्रदेशभर में अभियान चलाया जाएगा. जिले के दौरे पर आई उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. नीता साहू ने कहा कि इसके लिए प्रदेश स्तर पर पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया गया है. उन्होंने इस दौरान कस्तूरबा गांधी विद्यालय और आंगनबाड़ी केन्द्रों का दौरा भी किया.
बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए सालभर चलेगा अभियान - फतेहपुर में बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य का दौरा
फतेहपुर जिले में बाल श्रमिकों को वहां से मुक्त करवाकर शिक्षा से जोड़ा जा सके, इसके लिए प्रदेशभर में अभियान चलाया जाएगा. वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग एवं श्रम विभाग की संयुक्त टीम बालश्रम के खिलाफ अभियान चलाएगी.
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डॉ. नीता साहू ने कहा कि कोरोना का असर कम होने के बाद अब ज्यादा से ज्यादा बाल श्रमिकों को बाल श्रम से मुक्त करवा कर उनका दाखिला विद्यालयों में कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि बाल श्रम में लगे बच्चों को मुक्त कराने के लिए पहले दिसंबर महीने में अभियान चलाया जाता था. लेकिन अब बच्चों को मुक्त करवाने के लिए सालभर अभियान चलाया जाएगा. इस काम मे श्रम विभाग के लोगों ने लापरवाही बरती तो जिले में तैनात विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बच्चों को बाल श्रम से मुक्त कराने में श्रम विभाग के अलावा पुलिस के लोगों का भी बराबर सहयोग लिया जाएगा.