फर्रुखाबाद: जिले में अभी तक कोरोना के कारण लोग भयभीत थे. लेकिन बदलते मौसम के कारण गांव में फैली गंदगी की वजह से मच्छर जनित बीमारियां पनप रही हैं. जहानगंज थाना क्षेत्र में करीब आधा दर्जन गांव में बुखार से पीड़ित लोगों की भरमार है. शायद ही ऐसा कोई घर हो जहां एक मरीज बुखार से पीड़ित न हो. सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं न मिलने से ग्रामीण गांव में ही झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने को मजबूर हैं. स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी को गंभीरता से नहीं ले रहा है. गांव पहुंची स्वास्थ्य टीम ने खानापूर्ति कर पल्ला झाड़ लिया.
जहानगंज थाना क्षेत्र के गांव जरारी में पिछले दिनों से बुखार के चलते 4 लोगों और गांव कोठी में तीन लोगों की मौत हो चुकी है. गांव वाहिदपुर में भी लोग बुखार की चपेट में हैं. करीब 400 से ज्यादा लोग बुखार से घिरे हैं. जिम्मेदारों व स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से बुखार के केस बढ़ते जा रहे हैं. ग्रामीणों के मुताबिक स्वास्थ्य टीम ने गांव पहुंचकर खानापूर्ति की है. ग्राम मूसाखिरिया में करीब 12 दिनों से बुखार फैला हुआ है. गांव के करीब एक सैकड़ा से अधिक लोग बुखार से पीड़ित हैं. यहां लोग कस्बा व गांव में ही इलाज करा रहे हैं. वहीं कुछ लोग फर्रुखाबाद के निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं. कई ग्रामीण तो घर में ही झोलाछाप से दवा ले कर काम चला रहे हैं.
वहीं कोठी गांव 2 ग्राम पंचायतों के बीच में आता है. आधा गांव पतोजा में लगता है और आधा लक्ष्मण नगला की सीमा में आता है. जिस कारण गांव में साफ-सफाई की व्यवस्था भगवान भरोसे रहती है. बुखार फैलने के बाद दोनों गांवों के प्रधानों से सफाई के लिए कहा गया, लेकिन आज तक कोई भी सफाई कर्मी यहां सफाई करने नहीं आया है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अधिकांश बुखार पीड़ित जिला मुख्यालय स्थित निजी चिकित्सालय में अपना इलाज करा रहे हैं.