फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना मरीजों के लिए प्रदेश में डेढ़ लाख बेड की व्यवस्था करने के आदेश दिए थे. इसके बाद जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या देखते हुए यहां 500 बेड का एल-1 लेवल का अस्पताल बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. हालांकि पहले भी जिले में एल-1 अटैच डॉ. अनार सिंह आयुर्वेदिक कॉलेज हास्पिटल 100 बेड का बनाया गया है. अब 400 और बेड की आवश्यकता है. मगर स्टाफ की कमी के चलते यह व्यवस्था संभव नहीं है.
फर्रुखाबाद में बनेगा 500 बेड का एल-1 हाॅस्पिटल - farrukhabad health department
यूपी के फर्रुखाबाद में कोरोना मरीजों के बेहतर उपचार के लिए 500 बेड का एल-1 अस्पताल बनाने का इंतजाम किया जा रहा है. इसके लिए जिले के कई कॉलेजों और अन्य इमारतों का निरीक्षण किया जा रहा है.
कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद मरीज को कोविड एल-1 अस्पताल में भर्ती किया जाता है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 168 हो गई है. ऐसे में शासन से इस बाबत निर्देश मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है. कोरोना मरीजों के बेहतर उपचार के लिए 500 बेड का एल-1 अस्पताल बनाने का इंतजाम किया जा रहा है. इसके लिए जिले के कई कॉलेज और अन्य इमारतों का निरीक्षण किया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ की कमी
स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने पांच सौ बेड का एल-1 अस्पताल बनाने के निर्देश दिए है. वहीं स्टाफ की कमी को देखते हुए एक ही जगह पर पांच सौ बेड का एल-1 अस्पताल बनाने को कहा गया है. फिलहाल अभी तक विभाग को ऐसी जगह नहीं मिल सकी है, जहां पर अस्पताल बनाया जा सके. हालांकि तीन बीएएमएस काॅलेज और नवोदय विद्यालय में 100-100 बेड की रूपरेखा तैयारी की जा रही है. उधर स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त चिकित्सक, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स और सफाई कर्मी नहीं हैं. इससे 500 बेड का अस्पताल बनाने में समस्या हो सकती है.
दो टीमें होती हैं तैनात
शासन के निर्देशों के अनुसार एल-1 स्तर के अस्पतालों में 25-25 स्टाफ की दो टीमें तैनात की जाती हैं. एक टीम 15 दिन ड्यूटी करती है, जिसके बाद यह टीम क्वारंटाइन की जाती है. फिर दूसरी टीम 15 दिनों तक काम रहती है. दोनों टीमें इसी शेड्यूल में काम करती हैं.