इटावाः जसवंतनगर तहसील पर जुटे लोगों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब समाधान दिवस पर लोगों का विश्वास ठगमगाता जा रहा है. मंगलवार को इटावा के जसवंतनगर तहसील पर केवल 5 ही फरियाद मिले. दिनप्रतिदिन घटती संख्या को देखते हुए लगता है कि लोगों का अब इसपर से विश्वास उठने लगा है.
तहसील दिवस का क्रेज हुआ कम, केवल मिले 5 फरियाद
इटावा के जसवंतनगर तहसील के समाधान दिवस पर लोगों की संख्या घटती जा रही है. घटती संख्या को देखकर कहा जा सकता है कि लोगों का समाधान दिवस पर विश्वास कम होता जा रहा है.
तहसील दिवस पर कम आये फरीयादी
तहसील सभागार में आयोजित समाधान दिवस पर केवल 5 शिकायतें मिली. जिनमें से एक का भी निस्तारण नहीं हो सका है. उप जिलाधिकारी ज्योत्सना बंधु की अध्यक्षता में आयोजित समाधान दिवस में कोकावली गांव से स्वयं सहायता समूह की सीमा, बेवी, प्रियंका, सरोज, सुधा, सोना देवी और अंगूरी नारेबाजी करते हुए पहुंची. उन्होंने समूह योजना की बीआरपी पर किसी भी स्कीम का लाभ न मिलने की शिकायत की, साथ ही अभद्रता के भी आरोप लगाये. महिलाओं का कहना था कि डेढ़ साल पहले समूह से जुड़ी हैं. इसे सफलतापूर्वक संचालित करने का प्रयास कर रही हैं. लेकिन उनकी देखरेख के लिए नियुक्त बीआरपी योजनाओं का लाभ नहीं मिलने देती हैं. कुछ पूछने पर वे अभद्र भाषा का प्रयोग करती हैं. वहीं महलई गांव के अतर सिंह शाक्य और तीन दूसरे लोगों ने भी अपनी-अपनी शिकायत की. इस दौरान समाधान दिवस के अवसर पर तहसीलदार रामानुज और पुलिस क्षेत्राधिकारी रमेश चंद्र सहित दूसरे विभागीय अधिकारी मौजूद रहे.