इटावा: भर्थना चौराहा स्थित एक निजी अस्पताल के सामने ग्रामीणों ने महिला का शव रखकर जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों ने बताया कि सुबह 6 बजे गर्भवती महिला डिलीवरी कराने आई थी, लेकिन कुछ ही देर में गर्भवती की स्थिति नाजुक देख डॉक्टरों ने आनन-फानन में सैफई रेफर कर दिया. सैफई ले जाते समय रास्ते में ही गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया. वहीं मृतका के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की.
इटावा: डिलीवरी के बाद गर्भवती की मौत, इलाज में लापरवाही का आरोप
यूपी के इटावा जिले में एक गर्भवती महिला की डिलीवरी के बाद मौत हो गई, जिसके बाद मृतका के परिजनों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर जमकर हंगामा किया. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया.
मृतका के पति लाल बहादुर ने बताया कि वह सुबह 6 बजे अपनी पत्नी की डिलीवरी कराने निजी हॉस्पिटल आए थे. डिलीवरी होने के बाद से पत्नी को लगातार बेचैनी हो रही थी, जिसके बारे में डॉक्टरों को बताया गया, लेकिन डॉक्टरों ने नहीं सुना. कुछ ही देर बाद पत्नी की हालत नाजुक देख डॉक्टरों ने आनन-फानन में सैफई रेफर कर दिया, जहां सैफई ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई. मृतका के पति ने डॉक्टरों पर आरोप लगाया कि डॉक्टर ने पूरी फीस लेने के बाद भी सही से इलाज नहीं किया, जिससे उसकी पत्नी की मौत हो गई.
वहीं महिला की मौत के बाद ग्रामीणों ने निजी अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों ने अस्पताल के बाहर महिला का शव रखकर जाम लगा दिया. वहीं जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. अस्पताल के प्रबंधक निक्की ने बताया कि महिला मरीज को सुबह लाया गया था. मरीज की हालत नाजुक होने पर सैफई रेफर कर दिया, लेकिन परिजन किसी और निजी हॉस्पिटल ले गए, जहां कुछ देर बाद महिला मरीज की मौत हो गई.