एटाः जिले में किडनी बेचने के शक में एक युवक को लोगों ने पेड़ से बांधकर जमकर पीटा. काफी पिटाई के बावजूद युवक जब कुछ नहीं बता पाया तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
मोहल्ला भगीपुर के किशन कुमार (23) के मुताबिक उसे कार सवार 23 फरवरी को पकड़कर ले गए थे. इसके बाद उसकी किडनी निकाल ली और उसे अपने चंगुल में लखनऊ में रखा. 19 अप्रैल को वह किसी तरह उनके चंगुल से भाग निकला. युवक के पेट पर आपरेशन के चीरे का निशान बना होने से लोगों को शक हुआ कि उसकी किडनी निकाल ली गई है. गुरुवार को कार सवार कुछ लोग किशन को फिर से पकड़ने के लिए एटा आए. जब कार सवार किशन को खींच रहे थे, तभी स्थानीय लोगों ने उनकी घेराबंदी शुरू कर दी.
किडनी रैकेट चलाने के शक में युवक की पेड़ से बांधकर धुनाई. खुद को घिरता देख कार सवार भाग निकले. इस दौरान एक युवक को लोगों ने दबोच लिया. किडनी चोर गिरोह का सदस्य होने के शक में उसे जमकर धुना गया. युवक ने अपने और गैंग के बारे में कुछ भी नहीं बताया. उसके पास से वोटर पहचान पत्र मिला, जिस पर उसका नाम अश्वनी कुमार, निवासी पंजाबपुरा, जिला एटा लिखा है. उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उदयशंकर सिंह ने बताया कि पीडित युवक ऑनलाइन किडनी डोनेशन वाले अस्पताल के संपर्क में आ गया था. अस्पताल द्वारा युवक को विशाखापत्तनम बुलाया गया था. 10 दिन युवक को वहीं होटल में रखा गया, वादी को 24 लाख का एक चेक दिया गया जो यहां किसी कारण से कैश नहीं हो सका. इसके बाद युवक को फिर से दोबारा लखनऊ बुलाया गया, वहां भी उसे 8 दिन एक होटल में रखा गया. अश्वनी नामक युवक ने उसका साथ दिया. पेट में दर्द होने पर अश्वनी ने किशन को बताया कि उसने किडनी निकलवाकर बेच दी है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.
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