एटा: मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में हुए सड़क हादसे में जिले के 2 श्रमिकों की मौत होने पर मृतकों के शव सोमवार को आवागढ़ स्थित हिनौना गांव पहुंचे. मध्य प्रदेश सरकार ने एंबुलेंस के जरिए दोनों मृतकों के शव उनके गांव पहुंचाए थे. इतना ही नहीं, मृतकों की अंत्येष्टि के लिए उनके परिजनों को 15-15 हजार की राशि भी मध्य प्रदेश सरकार ने भेजी थी.
इस दौरान दुर्घटना में घायल हुए श्रमिकों के परिजनों ने सरकार से मांग की है कि नरसिंहपुर के अस्पताल में भर्ती घायलों को आगरा जिले में भर्ती कराकर इलाज दिया जाए, जिससे उनके परिवार जन सेवा कर सकें.
शव पहुंचते ही ग्रामीणों की लगी भीड़. दरअसल, एटा के अवागढ़ क्षेत्र स्थित हिनौना गांव के 7 लोग तमिलनाडु में फेरी लगाने का काम करते थे. लॉकडाउन में काम बंद होने के बाद सभी लोग वापस पैदल चलकर हैदराबाद पहुंचे. वहां से ट्रक में बैठकर यह लोग अपने घर लौट रहे थे.
एमपी सरकार ने मृतकों के शवों को पहुंचाया एटा. इसी दौरान मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर इलाके में ट्रक पलटने से सड़क हादसा हो गया, जिसमें जिले के हिनौना गांव निवासी रणवीर सिंह और निहाल सिंह की मौत हो गई. जबकि योगेश, डोरीलाल, टीटू, उदयवीर समेत एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों का इलाज नरसिंहपुर के एक अस्पताल में चल रहा है.
सोमवार को दोनों मृतकों के शव को मध्य प्रदेश सरकार ने एंबुलेंस के जरिए जिले के हिनौना गांव भेजा है. इस दौरान शव को लेकर आए पुलिसकर्मी अरुण तिवारी तथा राकेश ने मृतक रणवीर सिंह की पत्नी रज्जो और निहाल सिंह की पत्नी जसोदा को 15-15 हजार रुपये भी दिए हैं.
लॉकडाउन: गंगा में विसर्जन की राह देख रहीं अस्थियां
घायल के परिजनों दाताराम और सिकंदर ने सरकार से मांग की है कि घायलों को आगरा स्थित किसी अस्पताल में भर्ती कर इलाज दिया जाए, जिससे परिवार भी उनकी सेवा कर सके.