एटाः जिले के जैथरा थाना क्षेत्र में फर्जी राशन कार्ड पर सरकारी राशन की कालाबाजारी करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी राशन डीलर हीरा सिंह पर 370 लोगों के नाम पर फर्जी राशन कार्ड बनाने का आरोप है.
दौलतपुर निवासी सनोज कुमार की शिकायत पर अलीगंज विधायक सत्यपाल सिंह राठौर ने राशन डीलर हीरा सिंह यादव के खिलाफ जांच की मांग की थी. जिसके बाद जैथरा विकासखंड के खंड विकास अधिकारी ने 3 सदस्यों की टीम गठित कर जांच कराई. 3 सदस्यों की टीम ने 795 पात्र गृहस्थी राशन कार्डों का भौतिक सत्यापन किया, जिसमें 370 लाभार्थियों के राशन कार्डों में एक ही व्यक्ति के नाम से कई राशन कार्ड पाए गए.
जिन व्यक्तियों के राशन कार्ड बनाए गए, उनको इस बात की जानकारी ही नहीं थी. इसके अलावा कई राशन कार्ड ऐसे लोगों के नाम बनाए गए थे, जो उस गांव के निवासी ही नहीं थे. इसके अलावा कस्तूरपुरा गांव के निवासियों के नाम पर राशन कार्ड बनाया गया था, जबकि असल में इस नाम का कोई गांव अस्तित्व में है ही नहीं. सिर्फ राजस्व अभिलेखों में इस गांव का नाम अंकित है. इस तरीके के किसी गांव में कोई आबादी नहीं रहती, जिसके बाद प्रशासन के आदेश पर आरोपी राशन डीलर हीरा सिंह के खिलाफ फर्जी तरीके से 370 राशन कार्ड बनाने तथा सरकारी राशन की कालाबाजारी करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर सरकारी धन के वसूली के आदेश दिए गए हैं.
एसएसपी सुनील कुमार सिंह के मुताबिक क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी रामदत्त ने राशन डीलर हीरा सिंह की कालाबाजारी के संबंध में जांच करने पर पाया कि राशन डीलर ने 370 लाभार्थियों के राशन कार्ड में एक ही व्यक्ति के नाम पर कई राशन कार्ड बनाए थे. इसके अतिरिक्त और फर्जी राशन कार्ड बनाए गए तथा गैर कानूनी रूप से स्वयं तैयार कराकर भारी मात्रा में वर्षों तक खाद्य सामग्री तथा कैरोसिन ऑयल की कालाबाजारी करते हुए शासकीय धनराशि का गबन किया गया है.
इस मामले में रामदत्त क्षेत्रीय अधिकारी की तहरीर के आधार पर थाना जैथरा में 411/2020 धारा 420,467,468,471 के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी हीरा सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.