एटा: जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव हमेशा सुर्खियों में रहा है. इसके लिए विभिन्न पार्टियों द्वारा तमाम दांव-पेंच प्रयोग किए जाते हैं. ऐसा ही एक मामला एटा जिले में देखने को मिला है. सरकारी पट्टे की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर सपा के कद्दावर नेता जुगेन्द्र सिंह यादव और उनके भाई पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव पर लेखपाल ने मुकदमा दर्ज कराया है. मुकदमा दर्ज होते ही राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो गयी हैं. वहीं सपा नेताओं ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर इसे बीजेपी की चाल बताया है.
लेखपाल ने लगाया है आरोप
दरअसल, समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेन्द्र सिंह यादव और उनके भाई पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव पर लेखपाल नेम सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया है. लेखपाल का आरोप है कि दोनों भाइयों ने सरकारी पट्टे की जमीन पर कब्जा कर रखा है. लेखपाल नेमसिंह ने बताया मौजा सीतलपुर परगना एटा सकीट के गाटा संख्या 898स/0.012, 903/0.010 ,769स/0.331,769स/0.405,901/0.009,891स/0.239,893/0.127 हेक्टेयर पर रामेश्वर सिंह यादव और जुगेन्द्र सिंह यादव पुत्र लाला राम निवासी अमृतपुर अलीगंज का अवैध कब्जा है. जबकि सभी गाटा संख्या बंजर भूमि में दर्ज है.इस गाटा संख्या में 67(1) की कार्रवाई होकर जुर्माना भी हो चुका है. बावजूद इसके अभी भी इस जमीन पर दोनों भाइयों का कब्जा है.
सपा नेता जुगेन्द्र सिंह यादव ने बताया भाजपा की चाल
जब इस मामले में सपा नेता जुगेन्द्र सिंह यादव से बात की गई तो उन्होंने इसे भाजपा की चाल बताया. उन्होंने कहा कि जिस जमीन पर लेखपाल नेम सिंह ने मेरे खिलाफ मुकदमा लिखवाया है, वह जमीन मेरे कब्जे में नहीं है. वह जमीन जैथरा के रहने वाले एक व्यक्ति के नाम है. जिसमें उस व्यक्ति का पट्टा है. इस मामले में लेखपाल नेम सिंह स्वयं पैरवी कर रहे हैं. यह मुकदमाबाजी बीजेपी की चाल है. लेखपाल भाजपा नेताओं के इशारे पर गलत-सलत मुकदमा कर रहा है.