एटा: जिले के रिजोर क्षेत्र स्थित वाहिदपुर प्राथमिक विद्यालय में डीएम ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान निरीक्षण के समय डीएम को घोर अनियमितताएं मिली. जिसके बाद डीएम ने कार्रवाई करते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक गोपाल तिवारी को निलंबित कर दिया है. इतना ही नहीं विद्यालय परिसर में बने आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ताओं को भी सेवा समाप्ति का कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
डीएम के निरीक्षण में खुली शिक्षा विभाग की पोल. डीएम के निरीक्षण में मिली कई खामियां
रिजोर क्षेत्र के वाहिदपुर प्राथमिक विद्यालय कि लगातार शिकायतें मिल रही थी. जिसके बाद डीएम ने प्राथमिक विद्यालय का दौरा कर जमीनी हकीकत जानी. बताया जा रहा है कि प्राथमिक विद्यालय में छात्रों के लिए बन रहे भोजन में विद्यालय प्रशासन द्वारा घोर अनियमितता बरती जा रही थी. छात्रों को एमडीएम के तहत मिलने वाले भोजन में मानकों का घोर उल्लंघन किया जा रहा था. इतना ही नहीं जो सामग्री बच्चों को देनी चाहिए वह भी नहीं दी जा रही थी.
शिक्षा की गुणवत्ता में दिखी कमी
प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता भी काफी खराब पाई गई है. विद्यालय के हालात इतने बदतर हैं कि कक्षा पांच के बच्चे हिंदी तक नहीं पढ़ पा रहे हैं. निरीक्षण के लिए विद्यालय पहुंचे डीएम सुखलाल भारती ने जब बच्चों से हिंदी पढ़ने को कहा, तो वह हिंदी पढ़ नहीं पाए. जबकि विद्यालय में 2 अध्यापक और 2 शिक्षामित्र तैनात हैं. शिक्षा का स्तर जांचने के लिए डीएम सुखलाल भारती स्वयं अध्यापक बन गए और बच्चों को ब्लैक बोर्ड पर हिंदी व गणित का पाठ भी पढ़ाया.
प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया गया. इस दौरान पाया गया कि बच्चों को एमडीएम का जो भोजन दिया जा रहा है वह मेन्यू के हिसाब से नहीं मिल रहा है. इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण किया गया. वहां पर भी अनियमितताएं मिली हैं. गर्भवती महिलाओं को , किशोरियों को जो पोषाहार के पैकेट देने चाहिए उसमें कटौती की जा रही है. 3 पैकेट की जगह दो ही पैकेट दिए जा रहे हैं. साथ ही बच्चों की संख्या के हिसाब से उनकी उपस्थिति भी नहीं हो रही है. इसके चलते आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है. जवाब मिलने के बाद उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
- सुखलाल भारती, डीएम, एटा