देवरिया : कृषि मंत्री के जिले में किसान गोष्ठि और प्रदर्शनी के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है. रबी के सीजन में किसान मेला आयोजित कर करीब 42 लाख रुपये खपा दिए गए. दिलचस्प बात यह है कि एक दिन में पांच से छह स्थानों पर किसान गोष्ठियां हुईं, लेकिन इनमें से किसी में भी कृषि वैज्ञानिक तक मौजूद नहीं थे.
16 ब्लॉकों में कार्यक्रम के नाम पर 24 लाख का बजट
कृषि उप निदेशक एके मिश्रा ने बताया कि किसानों की आय दोगुनी करने और किसानों को जागरूक करने के लिए किसान कल्याण मिशन के तहत ब्लॉकों में कृषि प्रदर्शनी, किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया था. इसमें कृषि विभाग की ओर से चयनित मॉडल गांवों में भी ये कार्यक्रम आयोजित किए गए. जिले के 16 ब्लकों में जागरूकता कार्यक्रम के लिए 24 लाख का बजट मिला था. 5 और 13 जनवरी को 5-5 ब्लॉकों में, 21 जनवरी को छह ब्लकों में कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. उन्होंने बताया कि अधिकांश ब्लॉकों में बिना कृषि वैज्ञानिक के तीन दिनों में ही कृषि गोष्ठी का आयोजन कर खानापूर्ति कर दी गई. इसके अलावा आत्मा योजना के तहत भी 50-50 हजार रुपये किसानों की जागरूकता पर खर्च किए गए. इसका 8 लाख का बजट था. रबी के सीजन में चार योजनाओं के तहत कृषि गोष्ठी और किसान मेला पर 42 लाख रुपये खर्च किए गए. अब अधिकारी और बाबू मिलकर इसके भुगतान में जुट गए हैं.