चित्रकूट :गर्मियां शुरू होते ही बुंदेलखंड की धरती बूंद-बूंद पानी के लिए तरसने लगती है. संकट भी ऐसा कि नहाने और कपड़े धोने की बात तो दूर पीने का पानी तक नहीं मिल पाता. जैसे-जैसे चित्रकूट का तापमान बढ़ता है, पानी का संकट भी गहराता चला जाता है.
यहां की गांव पंचायत ऐलहा बढै़या में ग्रामीण लगातार पानी के संकट से जूझ रहे थे. लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए गांव से कोसों दूर पैदल चलना पड़ता था. इतना ही नहीं यहां के लोग कुएं का कीड़े वाला पानी भी पीने को मजबूर थे.
चित्रकूट में पानी की समस्या को लेकर ईटीवी भारत सबसे पहले और लगातार कवरेज करता रहा. ईटीवी भारत प्रशासन को समय-समय पर इन समस्याओं से रूबरू कराता रहा, जिससे नींद से जागे प्रशासन ने गांव में टैंकरों से पानी पहुंचाने के आदेश दिए. प्रशासन की इस पहल के बाद ग्रामीणों को पीने का शुद्ध पानी मिलने लगा है. वहीं जब ईटीवी भारत की टीम एक बार फिर इस गांव में पहुंची, तो ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी देखी गई. ग्रामीणों ने ईटीवी भारत को इस मुहिम के लिए धन्यवाद किया. इस दौरान ग्रामीणों के चहरे पर भावुकता साफ झलक रही थी.
पानी की आपूर्ति टैंकरों से करवाने के लिए ग्रामीणों ने ईटीवी भारत को धन्यवाद कहा. ग्रामीणों का मानना है कि इस मुहिम को आगे बढ़ाने का काम सिर्फ ईटीवी भारत ने किया, जिसके चलते आज इस गांव में पीने का पानी टैंकरों से सप्लाई किया जा रहा है.